नवगछिया पुलिस जिला अंतर्गत दहेज दानव के कारण एक विवाहिता की फांसी लगाने से जान चली गयी | मामला नारायणपुर प्रखंड के भवानीपुर ओपी क्षेत्र के
मधुरापुर गांव का है |
जहां दहेज के लिए 26 वर्षीया विवाहिता असगरी खातून उर्फ सोनी खातून को ससुराल वालों द्वारा पंखा से लटका कर जान से मारने का मामला शुक्रवार को प्रकाश में आया है।
घटना की जानकारी मृतका की मां बीबी सकीना खातून द्वारा भवानीपुर पुलिस को दी गयी । सूचना के बाद पुलिस ने तुरंत घटना स्थल पर जाकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए नवगछिया अनुमंडल अस्पताल भेज दिया। मामले के बारे में मृतका की मां ने सात लोगों के खिलाफ भवानीपुर सहायक थाना में मामला दर्ज कराया है। थानाध्यक्ष जय प्रकाश सिंह पुलिस बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे। थानाध्यक्ष ने बारीकी से हत्या करने के तरीके तथा स्थल पर मौजूद सामानों की जांच की।
मौके पर मौजूद उसकी मां का रो-रो कर बुरा हाल था। वह रोते-रोते कह रही थी कि मेरी बेटी को सामान और रुपया के लिए मार दिया गया। यहां के लोग पंचायती कर मेरी बेटी को मायके से लाए और मार दिया। मृतका की बहन कौसर बानों बताती हैं कि रुपया के लिए मेरी बहन के साथ उसके ससुराल वाले हमेशा मारपीट करते थे। रुपया तथा अन्य सामान नहीं देने पर सबों ने मिलकर पहले मेरी बहन को पीटा उसके बाद पंखा से गले में दुपट्टा लगाकर फांसी लगा कर मार दिया। मृतका की सास बताती है कि मेरा बेटा दिल्ली में मजदूरी का काम करता है। गुरुवार की रात दो रुपये के लिए झगड़ा हुआ था। रात 12 बजे तक वह ठीक थी। सुबह दरवाजा खुलने पर पंखा से लटकता उसका शव हमने देखा।
जहां दहेज के लिए 26 वर्षीया विवाहिता असगरी खातून उर्फ सोनी खातून को ससुराल वालों द्वारा पंखा से लटका कर जान से मारने का मामला शुक्रवार को प्रकाश में आया है।
घटना की जानकारी मृतका की मां बीबी सकीना खातून द्वारा भवानीपुर पुलिस को दी गयी । सूचना के बाद पुलिस ने तुरंत घटना स्थल पर जाकर शव को कब्जे में लिया और पोस्टमार्टम के लिए नवगछिया अनुमंडल अस्पताल भेज दिया। मामले के बारे में मृतका की मां ने सात लोगों के खिलाफ भवानीपुर सहायक थाना में मामला दर्ज कराया है। थानाध्यक्ष जय प्रकाश सिंह पुलिस बल के साथ घटना स्थल पर पहुंचे। थानाध्यक्ष ने बारीकी से हत्या करने के तरीके तथा स्थल पर मौजूद सामानों की जांच की।
मौके पर मौजूद उसकी मां का रो-रो कर बुरा हाल था। वह रोते-रोते कह रही थी कि मेरी बेटी को सामान और रुपया के लिए मार दिया गया। यहां के लोग पंचायती कर मेरी बेटी को मायके से लाए और मार दिया। मृतका की बहन कौसर बानों बताती हैं कि रुपया के लिए मेरी बहन के साथ उसके ससुराल वाले हमेशा मारपीट करते थे। रुपया तथा अन्य सामान नहीं देने पर सबों ने मिलकर पहले मेरी बहन को पीटा उसके बाद पंखा से गले में दुपट्टा लगाकर फांसी लगा कर मार दिया। मृतका की सास बताती है कि मेरा बेटा दिल्ली में मजदूरी का काम करता है। गुरुवार की रात दो रुपये के लिए झगड़ा हुआ था। रात 12 बजे तक वह ठीक थी। सुबह दरवाजा खुलने पर पंखा से लटकता उसका शव हमने देखा।
