नवगछिया: महिला कॉलेज की छात्राओं ने किया 7 सूत्री मांगों को लेकर अनशन, एक की हालत बिगड़ी
नव-बिहार समाचार, नवगछिया (भागलपुर)। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद नवगछिया के महिला कालेज इकाई द्वारा 7 सूत्रीय मांग को लेकर दर्जनों छात्राओं ने अनशन शुरू कर दिया। जिसमें से एक की तबियत बिगड़ी तो उसे अनुमंडलीय अस्पताल में भर्ती कराया गया। जिसका हाल लेने की फुरसत कॉलेज के किसी पदाधिकारी या कर्मी को नहीं मिली। जबकि अनशन पर बैठे अभाविप के 7 सूत्रीय मांग में नवगछिया के कालेज के छात्रावास चालू हो, नवगछिया में पीजी की पढ़ाई हो, जीबी कालेज के चाहरदिवारी का पुनर्निर्माण हो, महिला कॉलेज के मैदान खेलने लायक हो इन सभी मांगो को लेकर महिला कॉलेज के मुख्य गेट पर अनशन पर बैठे थे।
अभाविप की महिला कॉलेज अध्यक्ष कुसुम कुमारी ने बताया कि हम सभी का 7 सूत्रीय मांग जब तक पूरी नहीं हो जाती है तब तक हम सभी अनशन पर बैठे रहेंगे। अभाविप के कॉलेज मंत्री एवं सह मंत्री दीपा एंवम दीक्षा भारद्वाज ने बताया कि विश्वविद्यालय के कुलपति के द्वारा बार बार हम सभी को सिर्फ आश्वासन दिया जाता है कि छात्रावास चालू कर दिया जाएगा परंतु आजतक नहीं हो पाया है। इसलिए हम सभी लगातार अनशन पर बैठे रहेंगे।
अभाविप के साक्षी भारद्वाज ने कहा कि नवगछिया के किसी भी महाविद्यालय मे पीजी की पढाई नही हो रही है इसलिए हम सभी ग्रामीण क्षेत्र के छात्र को पढाई से वंचित रहना पडता है इसलिए नवगछिया मे पीजी की पढाई शुरू हो। अभाविप के प्रांत सह संयोजक सवार्थ विधार्थी के बताया कि हम सभी लगातार बर्षो से लगातार मंग करते हुए आ रहे हैं। परन्तु अब तक पुरा नही हो पाया है इसलिए हम अनिश्चित कालीन अनशन पर बैठे है। विश्ववास वैभव (प्रांत सह संयोजक कला मंच) ने बताया कि सभी मांग जबतक पुरा ना होता है तबतक हम सभी लगातार अनशन पर बैठे रहेंगे। वही मौके पर अभाविप के अनुज चौरसिया ने बताया कि हमारी एक कार्यकर्ता अनशन स्थल पर बेहोश हो गई लेकिन कालेज, एवं महाविद्यालय प्रशासन का एक भी पदाधिकारी छात्रा को देखने तक नहीं आए काफी दुखद है, तभी सभी कार्यकर्ताओं ने गुस्सा कर कालेज के मुख्य गेट पर ताला जड दिया। पीछले बार जब अभाविप का विश्वविद्यालय परिसर मे अनशन अभाविप का हुआ तो उन्हें 45 दिन का समय मांगा था। लेकिन, आज तक छात्रावास चालू नही हो पाया। वही मौके पर अभाविप के अनुज चौरसिया, पंकज यादव, विश्वास वैभव, साक्षी, कुसुम, सुभम, दीक्षा, निकेता, खुशी, मिष्टी, पल्लवी, चंचल, अलका, पुनम,रेणु, अन्नु, डोली निधि, आंचल आदि मौजूद थे।