ताजा समाचार :

6/Posts/ticker posts

विश्व योग दिवस: योगमय हुआ व्यवहार न्यायालय कहलगाँव

विश्व योग दिवस: योगमय हुआ व्यवहार न्यायालय कहलगाँव
कहलगांव, कन्हैया खंडेलवाल। व्यवहार न्यायालय कहलगाँव परिसर में विधिक सेवा समिति के  सौजन्य से विश्व योग दिवस पर योग शिविर का  आयोजन किया गया। आयोजित कार्यक्रम में समिति की अध्यक्ष अवर  न्यायाधीश शिल्पा प्रशांत मिश्रा, अवर  न्यायाधीश मोo तस्नीम कौशर, अधिवक्ता बंधु एव सभी न्यायिक कर्मचारी शामिल थे। अवर न्यायाधीश शिल्पा प्रशांत मिश्रा ने उपस्थित लोगों  को योग की बारीकियों को समझाते हुए प्राणायाम, अनुलोम-विलोम, पतंगासन, वज्रासन, भ्रामरी करते हुए इनके फायदे बताए। 
इस अवसर पर योग सह जागरूकता कार्यक्रम करते हुए अवर न्यायाधीश मोo तस्नीम  कौशर ने कहा कि वैसे तो महर्षि पतंजलि के योग को हम सभी प्राचीन काल से अपनाते आ रहे हैं, लेकिन वर्ष 2015 में पहली बार भारत के प्रस्ताव को यूएनओ ने स्वीकार किया। तभी से विश्व योग दिवस पूरी दुनिया में धूमधाम से मनाया जाने लगा। अवर  न्यायाधीश शिल्पी प्रशांत मिश्र ने बताया कि भारतीय परंपरा के अनुसार ग्रीष्म संक्रांति के बाद सूर्य दक्षिणायन में अस्त होता है। आध्यात्मिक सिद्धियाँ प्राप्त करने के लिए सूर्य दक्षिणायन का समय प्रभावशाली होता है। इसी वजह से हर साल 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस मनाया जाता है।  'अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस 2024 की थीम है 'स्वयं और समाज के लिए योग' और इस वर्ष अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस की 10वीं वर्षगांठ होने जा रहीहैं । "स्वयं और समाज के लिए योग" जो प्राचीन अभ्यास के सार को पूरी तरह से दर्शाता है"  को संदर्भित करता है। 
इस मौके पर प्राधिकार के मनीष पांडे, नाजिर अरविंद कुमार, वरीय सहायक चंदन नाथ चौधरी, सिरसतेदार संतोष पांडे, ओम प्रकाश झा प्रवीण फिरोज  राजा, पंकज कुमार सुमित्रा देवी गोरखनाथ सिंह, अनुज झा अधिवक्ता सचिन मिश्रा सहित बड़ी संख्या में अधिवक्ता मौजूद थे। योग दिवस पर आए सभी लोगों को प्राधिकार का अमित पांडे ने धन्यवाद दिया।