एनएसएस देता है सम्मान, पहचान और पैदा करता है समाजिक सरोकार : कुलपति
नव-बिहार समाचार, भागलपुर। छात्र छात्राओं को एनएसएस देता है सम्मान, पहचान और उनमें पैदा करता है समाजिक सरोकार की वास्तविक भावना। उक्त बातें मंगलवार को सभी एनएसएस इकाइयों के कार्यक्रम पदाधिकारियों तथा ग्रुप लीडर्स की संयुक्त बैठक की अध्यक्षता करते हुए टीएमबीयू के कुलपति प्रो (डा.) जवाहर लाल ने कही। उल्लेखनीय है कि राष्ट्रीय सेवा योजना तिलकामांझी भागलपुर विश्वविद्यालय भागलपुर के द्वारा कार्यक्रम समन्वयक डॉक्टर राहुल कुमार की नेतृत्व में सभी कार्यक्रम पदाधिकारियों तथा सभी इकाई के दो दो सेवकों की एक बैठक का सीनेट हॉल में आयोजित की गई थी। जिसमें पूर्व निर्धारित एजेंडा पर बैठक किया गया। अध्यक्षीय भाषण करते हुए माननीय कुलपति महोदय ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना एक विशेष प्रकार की योजना है। जो हमें सामाजिक सरोकार के साथ-साथ समाज में नाम, पहचान और स्थान बनाने के लिए एक बहुत बड़ा प्लेटफार्म प्रदान करता है। इस अवसर पर विभिन्न एजेंडा में उल्लेखित विषयों पर बोलते हुए उन्होंने कार्यक्रम समन्वयक को निर्देशित किया कि सीएनए अकाउंट महाविद्यालयों से विश्वविद्यालय की एनएसएस राशि और अन्य किसी भी संदर्भ में एक निश्चित तारीख के साथ महाविद्यालयों को पत्र जारी किया जाए और उस तारीख तक यदि महाविद्यालय उस निर्देश का पालन नहीं करते हैं तो उस संदर्भ में कार्यवाही की जाए। उन्होंने राष्ट्रीय सेवा योजना के इकाइयों में एक सुसज्जित कार्यालय बनाने के लिए भी कहा। जिसके लिए उन्होंने प्राचार्य को पत्र लिखकर निर्देश देने के लिए कहा। उन्होंने स्थापना दिवस के अवसर पर विभिन्न इकाइयों द्वारा झांकी एवं फोटो प्रदर्शनी लगाने तथा स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर एनएसएस के स्वयंसेवकों का परेड कराने के लिए भी कार्यक्रम समन्वयक को निर्देशित किया। इस अवसर पर हुए कार्यक्रम में औपचारिक कार्यक्रम से पूर्व कार्यक्रम पदाधिकारी डॉक्टर श्वेता पाठक जो दिल्ली से युवा मामले एवं खेल मंत्रालय भारत सरकार के द्वारा प्रशिक्षित होकर लौटी हैं, उन्होंने सभी कार्यक्रम पदाधिकारियों को गांव का सर्वेक्षण करने का प्रशिक्षण प्रदान किया। तत्पश्चात एनएसएस कार्यालय की ओर से सभी इकाइयों को प्रशिक्षण का फॉर्मेट तथा फॉर्म उपलब्ध कराया गया। इसके पश्चात हुए औपचारिक कार्यक्रम में सर्वप्रथम दीप प्रज्वलन, अंग वस्त्र एवं प्रतीक चिन्ह से अतिथियों का स्वागत एवम राष्ट्रीय सेवा योजना के कार्यक्रम समन्वयक द्वारा स्वागत भाषण के बाद मौके पर मौजूद जूलॉजी विभाग के पूर्व डीन प्रोफेसर अशोक ठाकुर ने कहा कि राष्ट्रीय सेवा योजना के तकनीकी पहलुओं और भारत सरकार के निर्देशों के आलोक में ही इसका क्रियान्वयन किया जाना चाहिए। जबकि इसके बाद बोलते हुए संकायअध्यक्ष छात्र कल्याण प्रोफेसर योगेंद्र ने कहा कि आज की बैठक में जितने भी एजेंडे तय किए गए हैं उस पर गंभीरता से विमर्श होना चाहिए और उसका अनुपालन भी सुनिश्चित किया जाना चाहिए । जबकि अंत में धन्यवाद ज्ञापित करते हुए मौके पर मौजूद कुलानुशासक प्रोफेसर एस.डी. झा ने कहा राष्ट्रीय सेवा योजना को नैतिकता और दर्शनशास्त्र से जोड़ने की आवश्यकता है क्योंकि नैतिकता का विकास करके ही सेवा भावना और त्याग की भावना का विकास किया जा सकता है। इस अवसर पर मुख्यालय सहित विभिन्न ईकाई के कार्यक्रम पदाधिकारी और लगभग 50 की संख्या में स्वयंसेवक सेविका ग्रुप लीडर के रूप में उपस्थित थे।