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सब संतन की बड़ी बलिहारी के साथ शुरू हुआ अखिल भारतीय संतमत सत्संग का 111 वाँ महाधिवेशन

सब संतन की बड़ी बलिहारी के साथ शुरू हुआ अखिल भारतीय संतमत सत्संग का 111 वाँ महाधिवेशन
नव-बिहार समाचार, नवगछिया (भागलपुर)। सब संतन की बड़ी बलिहारी के साथ भागलपुर जिले के नवगछिया में भवानीपुर गांव के समीप एनएच किनारे शुरू हुआ अखिल भारतीय संतमत सत्संग का तीन दिवसीय 111 वाँ महाधिवेशन। इस महा अधिवेशन के प्रथम दिन सुबह की पाली में स्वामी सजीवानंद, ओमकारा नंद महाराज, राम नंदन शास्त्री, जय कुमार बाबा, नरेशआनंद महाराज, स्वामी प्रमोद महाराज, डॉक्टर गुरु प्रसाद, सतनारायण ब्रहमचारी, गुरु सेवी भगीरथ महाराज ने प्रवचन दिए। स्वामी संजीतानंद महाराज ने कहा कि ईश्वर को प्राप्त करने का उत्तम मार्ग सत्संग है। यहीं से हमें सभी ज्ञान मिलता है। संसार में सत्संग के अलावा और कहीं ज्ञान की प्राप्ति नहीं होगी, चाहे आप पूरे संसार घूम ले। ज्ञान की प्राप्ति तो सत्संग से ही होगी। सभी मनुष्य को सत्संग करना चाहिए। परमात्मा से मिलाने का एक यही रास्ता है।
वहीं ओंमकारानंद महाराज ने कहा कि परमात्मा सब जगह है। परमात्मा को प्राप्ति करने के लिए सर्वप्रथम सत्संग जरूरी है। संसार दुख का सागर है, सुख की प्राप्ति चाहिए तो सत्संग करना जरूरी है। तभी आपको सुख की प्राप्ति होगी। अपने देश, घर, परिवार का बचाव करना पड़े तो हिंसा करना अनिवार्य है। इधर रामनंदन शास्त्री ने कहा कि सत्संग करने वालों का परिवार कभी दुखी नहीं होता। उनका कारोबार  खूब चलेगा। जबकि जय कुमार बाबा ने कहा कि सत्संग में अमृत की वर्षा होती है। तपस्या से भी बढ़कर सत्संग है। नरेश आनंद महाराज ने कहा कि परमात्मा का जीव के ऊपर कृपा होती है, तभी सत्संग सुनने का मौका मिलता है। जो किसी से भी आशा नहीं रखता वह संत कहलाता है। मनुष्य के जब भाग्य का उदय होता है, तभी संत का दर्शन होता है। झूठ, चोरी, हिंसा व नशा से छुटकारा पाना है तो सत्संग करना होगा।
मौके पर अरविन्द  बाबा ने कहा कि जो आदमी सत्संग रूपी यज्ञ कर लेता है, उनसे सभी तरह के यज्ञ हो जाते हैं। आत्मा को परमात्मा से मिलाने का रास्ता सत्संग ही है। डॉक्टर गुरु प्रसाद ने कहा कि हम लोगों का बहुत पुण्य ही है, जो हम लोगों को इतने संत का दर्शन हो रहा है। स्वामी प्रमोद महाराज ने कहा कि मन को समझा लीजिए मन को सत्संग में लगा लेना चाहिए भाग्य से ही सत्संग मिलता है। जो संत के शरण में रहते हैं, उनका उद्धार हो जाता है। गुरुसेवी  महाराज ने कहा कि सत्संग करने से तत्काल लाभ मिलता है। पूरा मन सत्संग रुप में बह जाता है। संत के संग करने से सारे कष्ट दूर हो जाते हैं। सत्संग प्रेरणा प्रदान करता है, इसलिए सभी को सत्संग करना चाहिए।
मौके पर पंकज बाबा ने कहा कि सत्संग के पहले दिन ही सत्संग प्रेमियों से पूरा पंडाल भर चुका है। सत्संग प्रेमियों की भीड़ देखकर पुरे सत्संग के अधिकारी काफी खुश हैं। सत्संग प्रेमी रेलगाड़ी और बसों में भर भर के सत्संग सुनने के लिए आ रहे हैं। सत्संग प्रेमियों को बैठाने और उन्हें किसी तरह की असुविधा के लिए एनसीसी के जवान और बजरंग दल काफी मुस्तैदी से अपना काम कर रहा है। क्लीन नवगछिया ग्रीन नवगछिया एवं कसौधन वैश्य समाज द्वारा रेलवे स्टेशन पर एक कैंप लगाकर उसमें जल सेवा गुड़ चना सत्संग प्रेमियों के लिए व्यवस्था की गई और सत्संग प्रेमियों को सत्संग स्थल पहुंचाने में सहयोग किया जा रहा है। इस कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए संतोष कुमार कानोडिया, वीरेंद्र यादव, नरेंद्र कुमार, अजय किशोर यादव, पंकज बाबा, गोपी यादव, हलधर यादव, श्रीकांत साह महेंद्र यादव, श्याम सुंदर पोद्दार, कुमोदी यादव,
नवगछिया नगर परिषद अध्यक्ष प्रतिनिधि प्रेम सागर उर्फ डब्लु यादव,  प्रभारी अशोक केडिया आदि लोग तन मन धन से लगे हुए हैं।