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नहीं रहे नवगछिया जीबी कालेज के सेवानिवृत्त प्रो भुवनेश्वर सिंह उर्फ भूम बाबू

नहीं रहे नवगछिया जीबी कालेज के सेवानिवृत्त प्रो भुवनेश्वर सिंह उर्फ भूम बाबू
नवगछिया (भागलपुर)। प्रोफेसर कॉलोनी नवगछिया निवासी स्थानीय जीबी कॉलेज के सेवानिवृत्त राजनीति शास्त्र के प्रो भुवनेश्वर सिंह उर्फ भूम बाबू ने 7 अक्टूबर गुरुवार की शाम 8:30 बजे प्रयागराज/ इलाहाबाद के मोती लाल नेहरू मेडिकल कॉलेज के स्वरूप रानी नेहरू हॉस्पिटल में अंतिम सांस ली। वे 92 वर्ष के थे। वे अपने पीछे पत्नी, चार बेटी व एक बेटा छत्रपति शिवाजी ( वरिष्ठ पत्रकार ), बहू, पोती, नाती, नतनी सहित भरे पूरे परिवार को छोड़ गए हैं। वे एक साल से इलाहाबाद में अपने पुत्र छत्रपति शिवाजी ( वरिष्ठ पत्रकार ) के साथ ही रह रहे थ। उनका अंतिम संस्कार प्रयागराज संगम तट स्थित दारागंज श्मशान घाट पर किया गया और तेरहवीं संस्कार इनकी कर्मस्थली भागलपुर जिला अंतर्गत नवगछिया के प्रोफेसर कॉलोनी स्थित निज आवास पर 20 अक्टूबर को होगा। भूम बाबू के निधन से शिक्षा जगत में शोक की लहर व्याप्त है। जीबी कॉलेज के प्राचार्य शिवशंकर मंडल, प्रो राजेन्द्र सिंह, प्रो विभांशु मंडल, सेवानिवृत्त प्रो महावीर प्रसाद साहा, सेवानिवृत्त प्राचार्य मो इसराफिल, सेवानिवृत्त प्रो डीके मिश्रा, सेवानिवृत्त प्रो विजय कुमार, सेवानिवृत्त प्रो विजय भगत, सेवानिवृत्त पुस्तकालयाध्यक्ष सिया शरण पोद्दार उर्फ सिया बाबू ने गहरी शोक संवेदना व्यक्त की है।

दिवंगत प्रो भूम बाबू के नाम से प्रसिद्ध प्रो भुवनेश्वर सिंह जीबी कॉलेज नवगछिया में सन 1961 में राजनीति शास्त्र विभाग में नियुक्त हुए और सन 1992 में सेवा निवृत्त हुए थे। जीबी कॉलेज में बतौर प्रोफेसर रहते हुए भूम बाबू कॉलेज में कई प्रशासनिक पदों पर भी रहे। वे जीबी कॉलेज के पहले बरसर, परीक्षा नियंत्रक, NCC विंग में सेकेंड लेफ्टिनेंट, NSS में प्रोग्राम ऑफिसर पद पर रहे। पटना यूनिवर्सिटी से MA करने के दौरान प्रो भूम बाबू अपने 7 साथियों के साथ पुर्तगाल से गोआ को आज़ाद कर भारत मे मिलाने के लिए सत्याग्रह आंदोलन में शरीक होने गोआ भी गए थे। इस दौरान पुर्तगाल की पुलिस द्वारा बर्बर यातना भी झेले थे। मधुदण्डवते के नेतृत्व में गोआ सत्याग्रही भूम बाबू व अन्य साथी शरीक हुए थे।