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हिंदी गंगा के पानी के समान बहनेवाली भाषा है जिसे कोई बांध नहीं सकता: स्वामी आगमानंद

हिंदी गंगा के पानी के समान बहनेवाली भाषा है जिसे कोई बांध नहीं सकता: स्वामी आगमानंद 
नव-बिहार समाचार, भागलपुर: हिंदी दिवस के अवसर पर स्थानीय आत्मा कार्यालय के प्रशिक्षण सभागार में मंगलवार की शाम आयोजित कार्यक्रम में मुख्य अतिथि श्रीशिवशक्ति योगपीठ नवगछिया के पीठाधीश्वर परमहंस स्वामी आगमानंदजी महाराज ने कहा कि हिंदी गंगा के पानी के समान बहनेवाली भाषा है। इसका कोई अंत नहीं है। हिंदी भाषा लोगों को हिंसा से दूर रखती है। यह भाषा दूसरे के दुख को कम करने में सहयोगी बनती है। साथ ही यह भाषा मदद करना भी सीखाती है। 
कार्यक्रम के उद्घाटनकर्ता पूर्व वीसी डॉ अवध किशोर राय ने कहा कि हिंदी का महत्व हमेशा बना रहेगा, लोगों को यह भाषा काफी पसंद है। कार्यक्रम में संयुक्त निदेशक (शस्य) अरुण कुमार, जिला कृषि पदाधिकारी कृष्णकांत झा, आत्मा के उप परियोजना निदेशक प्रभात कुमार सिंह, राजीवकांत मिश्रा, डॉ विजय मिश्रा, डॉ विजय वर्मा, डॉ मधुसूदन झा, सन्मार्ग के स्थानीय संपादक बृजेंद्र दुबे आदि मौजूद थे।