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तीन तलाक के विरोध में मुस्लिम महिलाओं ने निकाला मौन जुलूस

नव-बिहार न्यूज एजेंसी (NNA), नवगछिया (भागलपुर) : तीन तलाक बिल के विरोध में मंगलवार को नवगछिया में हजारों की संख्या में मुस्लिम महिलाओं और पुरुषों ने
मौन जुलूस निकाला। जुलूस में शामिल महिलाएं तिरंगा और कई नारों से लिखी तख्तियां लेकर आगे बढ़ रही थीं। जीबी कॉलेज और मुमताज मुहल्ला में सुबह से ही लोग जुलूस के लिए इकट्ठा होने लगे थे। सुबह साढ़े दस बजे यहां से जुलूस निकला, जो विभिन्न चौक-चौराहों को पार करते हुए नवगछिया अनुमंडल मुख्यालय के मैदान में पहुंचा। वहां एसडीओ मुकेश कुमार को मांगों का ज्ञापन सौंपा गया।
इस मौन जुलूस में नवगछिया, रंगरा, गोपालपुर, खरीक, बिहपुर, नारायणपुर प्रखंड क्षेत्र की महिलाएं भी शामिल हुईं। मौन जुलूस के आगे-आगे एसडीपीओ मुकुल कुमार रंजन, नवगछिया थानाध्यक्ष संजय कुमार सुधांशु, नवगछिया सर्किल इंस्पेक्टर मार्कडेंय सिंह, नगर पंचायत अध्यक्ष प्रतिनिधि प्रेम सागर उर्फ डब्लू यादव चल रहे थे। सड़क के दोनों तरफ मानव चेन बनाया गया था। बीच से महिलाएं गुजर रहीं थीं। साथ में एम्बुलेंस भी चल रही थी।
जुलूस में महिलाएं और पुरुष अपने-अपने हाथों में स्लोगन लिखी तख्ती लिए हुए थे, जिस पर लिखा था तीन तलाक बिल वापस लो। शरीयत में किसी तरह का छेड़छाड़ बर्दाश्त नहीं होगा। शरीयत कानून पांच सौ या हजार का नोट नहीं जो बदल जाए। जुलूस में हाजी अनवर समेत सैकड़ों महिलाएं और पुरुष शामिल हुए।जुलूस का नेतृत्व करते हुए कुरैशा खातून, मुर्सरत तवस्सुम, शाहिन प्रवीन और शगुफ्त दिया थाा सुल्ताना ने अनुमंडल पदाधिकारी नवगछिया मुकेश कुमार को एक ज्ञापन भी सौंपा।
बताते चलें कि पूर्व निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार मुस्लिम महिलाओं के इस मौन जुलूस को लेकर नवगछिया अनुमंडल प्रशासन और नवगछिया पुलिस जिला प्रशासन काफी पेशोपेश की स्थिति में था। कहीं कोई अप्रिय घटना या वारदात नहीं हो इसके लिए प्रशासनिक तौर पर 17 जगहों पर दंडाधिकारियों की तैनाती कर रखी थी। जुलूस में शामिल होने वाले किसी भी महिला या पुरुष को कोई कठिनाई नहीं हो इसके लिए पानी का एक टैंकर जीबी कालेज में तो दूसरा अनुमंडल मुख्यालय में लगा दिया था। इधर एक एम्बुलेंस भी पूरी तरह से तैयार था। अनुमंडल प्रशासन के साथ साथ जिला प्रशासन भी पूरी तरह से चौकस था। जो हर पल पल की जानकारी नवगछिया से ले रहा था। जब सब कुछ शांति तरीके से सम्पन्न हो गया तब जाकर अनुमंडल और जिला प्रशासन ने राहत की सांस ली।