नवबिहार समाचार, नवगछिया (भागलपुर)। सावन महीने की पूर्णिमा के पांच दिन पहले से नवगछिया, नारायणपुर, भागलपुर, कटिहार, खगड़िया, बेगूसराय सहित पूरे बिहार और उत्तरप्रदेश में झूलनोत्सव मनाया जाता है। इस दौरान सभी मंदिरों और ठाकुरबाड़ियों में वहां स्थापित भगवान की प्रतिमा को झूले पर झुलाया जाता है।
इसी क्रम में नवगछिया में भी बड़ी घाट ठाकुरबाडी, गरीबदास ठाकुरबाड़ी, छोटी ठाकुरबाड़ी, स्टेशन हनुमान मंदिर, नगरह स्थित लक्ष्मी वेंकटेश ठाकुरबाड़ी, नारायणपुर स्थित राम जानकी ठाकुरबाड़ी में झूलनोत्सव मनाया जा रहा है। जहां झूले पर झूलते भगवान को देखने आस पास के सभी गांवों के हजारों लोग उमड़ पड़ते हैं।
आज आखिरी दिन
हर साल सावन की पूर्णिमा को झूलनोत्सव का आखिरी दिन होता है। लेकिन बड़ी घाट ठाकुरबाड़ी के महंत सीताराम शरण जी महाराज उर्फ सुधीर बाबा के अनुसार इस साल इस दिन चंद्र ग्रहण होने के कारण मंदिरों और ठाकुरबाड़ियों में भगवान अपने दरवाजे से बाहर नहीं रहेंगे। इसलिये इस साल आज ही झूलनोत्सव का आखिरी दिन होगा।
हर साल सावन की पूर्णिमा को झूलनोत्सव का आखिरी दिन होता है। लेकिन बड़ी घाट ठाकुरबाड़ी के महंत सीताराम शरण जी महाराज उर्फ सुधीर बाबा के अनुसार इस साल इस दिन चंद्र ग्रहण होने के कारण मंदिरों और ठाकुरबाड़ियों में भगवान अपने दरवाजे से बाहर नहीं रहेंगे। इसलिये इस साल आज ही झूलनोत्सव का आखिरी दिन होगा।