बौआ झा हत्याकांड
पूर्णिया/ नवगछिया : पूर्णिया सदर थाना क्षेत्र के रामबाग निवासी जमीन कारोबारी मोहन झा के पुत्र रविशेखर उर्फ बौआ झा हत्याकांड मामले में नवगछिया के सुपारी किलर संतोष यादव की गिरफ्तारी हो गयी है.
पूर्णिया पुलिस ने नवगछिया पुलिस जिला के गोपालपुर पुलिस की मदद से गोसाई गांव से संतोष यादव को गिरफ्तार किया. बहरहाल कोर्ट में पेश किये जाने के बाद संतोष को न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया. गौरतलब है कि पुलिस के अनुसार बौआ झा की हत्या उसकी पत्नी काजल झा और कथित प्रेमी ऋषिकेश यादव ने षड्यंत्र के तहत संतोष यादव के साथ मिल कर की गयी थी. वहीं दूसरी ओर काजल इस बात को सिरे से नकार चुकी है कि ऋषिकेश उसका प्रेमी है. वहीं जेल से बाहर आने के बाद काजल ने यह कह कर सनसनी फैला दी थी कि उसके पति का हत्यारा बहनोई लिटिल झा है और हत्या की वजह करोड़ों की जमीन थी. बहरहाल मामला न्यायालय में लंबित है.
15 अगस्त 2015 की रात हुई थी हत्या :
15 अगस्त 2015 की रात रविशेखर उर्फ बौआ झा की हत्या अज्ञात अपराधियों ने उसके बेडरूम में ही घुस कर चाकू से गोद कर कर दी थी. बाद में इलाज के लिए भागलपुर जाने के क्रम में उसकी मौत हुई थी. तब इस मामले में थाना कांड संख्या 316/15 दर्ज कर रंजीत पाठक को प्राथमिकी अभियुक्त बनाया गया था. तब परिजनों ने कहा था कि जमीन को लेकर रंजीत पाठक की बौआ झा से तकरार हुई थी और हत्या उसी का परिणाम है.
15 अगस्त 2015 की रात रविशेखर उर्फ बौआ झा की हत्या अज्ञात अपराधियों ने उसके बेडरूम में ही घुस कर चाकू से गोद कर कर दी थी. बाद में इलाज के लिए भागलपुर जाने के क्रम में उसकी मौत हुई थी. तब इस मामले में थाना कांड संख्या 316/15 दर्ज कर रंजीत पाठक को प्राथमिकी अभियुक्त बनाया गया था. तब परिजनों ने कहा था कि जमीन को लेकर रंजीत पाठक की बौआ झा से तकरार हुई थी और हत्या उसी का परिणाम है.
वैज्ञानिक अनुसंधान से हुआ था खुलासा :
दरअसल हत्याकांड में अनुसंधान के दौरान कई नाम सामने आये थे. लेकिन वैज्ञानिक अनुसंधान में जब मोबाइल कॉल डिटेल व टावर डंप का सहारा लिया गया तो आश्चर्यजनक खुलासा हुआ था. वैज्ञानिक अनुसंधान से स्पष्ट हुआ था कि इस हत्याकांड में पत्नी काजल व बौआ झा के आवासीय परिसर में स्थित लॉज में रह रहे इंजीनियरिंग का छात्र ऋषिकेश यादव की संलिप्तता थी. अनुसंधान में यह भी स्पष्ट हुआ था कि काजल ने साजिश के तहत घटना की रात घर का दरवाजा खुला छोड़ दिया था, जो षड्यंत्र का हिस्सा था.
दरअसल हत्याकांड में अनुसंधान के दौरान कई नाम सामने आये थे. लेकिन वैज्ञानिक अनुसंधान में जब मोबाइल कॉल डिटेल व टावर डंप का सहारा लिया गया तो आश्चर्यजनक खुलासा हुआ था. वैज्ञानिक अनुसंधान से स्पष्ट हुआ था कि इस हत्याकांड में पत्नी काजल व बौआ झा के आवासीय परिसर में स्थित लॉज में रह रहे इंजीनियरिंग का छात्र ऋषिकेश यादव की संलिप्तता थी. अनुसंधान में यह भी स्पष्ट हुआ था कि काजल ने साजिश के तहत घटना की रात घर का दरवाजा खुला छोड़ दिया था, जो षड्यंत्र का हिस्सा था.
संतोष को दी गयी थी एक लाख की सुपारी : हत्याकांड के उद्भेदन के बाद पुलिस ने दावा किया था कि ऋषिकेश व काजल ने बौआ झा को रास्ते से हटाने के लिए हत्या का तानाबाना बुना था. दरअसल बौआ की अपनी पत्नी काजल से अच्छे संबंध नहीं थे और बौआ द्वारा काजल के साथ अक्सर मारपीट की जाती थी. वहीं सास-ससुर के व्यवहार काजल के प्रति अच्छे नहीं थे.
कशमकश के इसी स्थिति के बीच बौआ और काजल की जिंदगी में ऋषिकेश यादव की इंट्री हुई और नजदीकियां बढ़ीं, जो अंतत: प्रेम में तब्दील हो गया. ऐसे में ऋषिकेश ने रिश्ते में अपने ममेरे भाई गोपालपुर थाना क्षेत्र के कमालपुर निवासी संतोष यादव को बौआ की हत्या की सुपारी एक लाख रुपये में दी. हत्या से पहले 37 हजार रुपये का भुगतान भी कर दिया गया था.
काजल ने कहा था साजिश के तहत फसाया
वर्ष 2016 में जब 24 दिसंबर को जेल से काजल जमानत पर बाहर आयी तो उसने हत्या कांड के संबंध में पहली बार अपनी जुबान खोली थी और कहा था कि वह पूरी तरह निर्दोष है तथा साजिश के तहत उसे हत्या का आरोपित बनाया गया है. साथ ही काजल ने यह भी कहा था कि हत्या का षड्यंत्र पति के बहनोई आशीष रमण उर्फ लिटिल झा ने रची थी. क्योंकि करोड़ों की जमीन पर उसकी नजर थी. इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा था कि ऋषिकेश उसका प्रेमी नहीं, बल्कि पति का करीबी मित्र था.
वर्ष 2016 में जब 24 दिसंबर को जेल से काजल जमानत पर बाहर आयी तो उसने हत्या कांड के संबंध में पहली बार अपनी जुबान खोली थी और कहा था कि वह पूरी तरह निर्दोष है तथा साजिश के तहत उसे हत्या का आरोपित बनाया गया है. साथ ही काजल ने यह भी कहा था कि हत्या का षड्यंत्र पति के बहनोई आशीष रमण उर्फ लिटिल झा ने रची थी. क्योंकि करोड़ों की जमीन पर उसकी नजर थी. इसके अलावा उन्होंने यह भी कहा था कि ऋषिकेश उसका प्रेमी नहीं, बल्कि पति का करीबी मित्र था.
उसने तब कहा था कि पुलिस के दबाव में ऋषिकेश को अपना प्रेमी बताया था और कहा था कि उसकी पति की हत्या में ऋषिकेश की कितनी संलिप्तता है, यह उसे मालूम नहीं है. अब जबकि हत्या का मुख्य आरोपित संतोष यादव सलाखों के पीछे है तो उम्मीद की जा रही है कि ना केवल मामले का खुलासा होगा, बल्कि बौआ झा के पिता समेत काजल और ऋषिकेश को भी न्याय मिलेगा. इस पूरे प्रकरण में अब संतोष यादव की गवाही अहम मानी जा रही है.