पटना : बिहार में बुधवार की शाम महज कुछ घंटे के भीतर भारी राजनीतिक गहमा गहमी के बीच सूबे की सियासी समीकरण पूरी तरह से उलट गयी. बुधवार शाम 6 बजे तक महागठबंधन के नेता के रूप में मुख्यमंत्री पद पर बैठे नीतीश कुमार ने 6:30 बजे अपने पद से इस्तीफा दे दिया और रात 9 बजे तक उन्हें भाजपा की ओर से एनडीए का नेता घोषित कर दिया गया. जिसके नीतीश कुमार के आवास पर बुलायी गयी जदयू और भाजपा विधायकों की संयुक्त बैठक में नीतीश को एनडीए विधायक दल का नेता चुना गया. चर्चा है कि देर रात नीतीश कुमार राज्यपाल से मुलाकात कर सरकार बनाने का दावा पेश कर सकते हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक नीतीश कुमार गुरुवार को एनडीए के नेता के तौर पर बिहार सीएम के तौर फिर से शपथ लेंगे.
इन सबके बीच राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी की तबीयत आज शाम अचानक से बिगड़ गयी. जिसके बाद उन्हें पटना स्थित आइजीआइएमएस अस्पताल के प्राइवेट वार्ड में भरती कराया गया. जानकारी के मुताबिक राज्यपाल के नाक में संक्रमण के कारण उन्हें अस्पताल में भरती कराया गया. उम्मीद जतायी जा रही है कि देर रात वे अस्पताल से राजभवन वापस आयेंगे.
इससे पहले भाजपा ने नीतीश कुमार को समर्थन करने का एलान करते हुए कहा कि पार्टी नयी सरकार में शामिल भी होगी. भाजपा नेता सुशील मोदी ने कहा कि नीतीश कुमार ने भाजपा के ऑफर को स्वीकार कर लिया है और पार्टी सरकार में शामिल होगी. इसके बाद भाजपा विधायक नीतीश कुमार के आवास पर पहुंचे. वहीं जानकारी के मुताबिक सुशील कुमार मोदी को नये सरकार में उपमुख्यमंत्री का पद सौंपा जा सकता है.
गौर हो कि इस्तीफे के बाद नीतीश ने मीडिया से बातचीत में कहा कि परिस्थितियां ऐसी बनीं, जिसमें काम करना संभव नहीं रहा था. जबतक (सरकार) चला सकते थे चला दिया. उन्होंने कहा कि इस्तीफे का फैसला उनकी अंतरात्मा की आवाज थी. नीतीश के इस्तीफे के तुरंत बाद पीएम नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर कहा कि भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ाई में जुड़ने के लिए नीतीश कुमार जी को बहुत-बहुत बधाई. इसके जवाब में नीतीश कुमार ने भी ट्वीट कर पीएम मोदी को धन्यवाद दिया.