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भागलपुर: आखिर वृद्धाश्रम का कहाँ से हो रहा है भुगतान

भागलपुर : वृद्धाश्रम में घपले के मामले में डिप्टी मेयर राजेश वर्मा ने सोमवार को दावा किया था कि घपला करने वालों के नाम का खुलासा करेंगे। जिसका उस दिन कोई खुलासा नहीं हो सका। महापौर कक्ष में डिप्टी मेयर राजेश वर्मा ने योजना शाखा प्रभारी आदित्य जायसवाल को बुलाकर पूछा कि वृद्धाश्रम का संचालन कैसे हो रहा है। उन्होंने कहा कि इसकी कोई जानकारी नहीं है।

डिप्टी मेयर ने वृद्धाश्रम में जब्त रजिस्टर में कर्मचारी का ब्यौरा दिखाकर भुगतान की जानकारी वित्त शाखा के पंकज से ब्यौरा मांगा तो वे फाइल दिखाने में असमर्थ रहे और तर्क दिया कि पंकज ने कहा कि शाखा कक्ष में जीर्णोद्धार का कार्य कर चल रहा है। इस पर डिप्टी मेयर तिलमिला गए और खुद से फाइल ढूंढने पहुंच गए। इस दौरान कर्मचारी ने कहा कि फाइल देखने के लिए नगर आयुक्त का आदेश लेना पड़ेगा। यह सुनने के बाद डिप्टी मेयर बोलने लगे कि चाहे इसके लिए हमें कुर्सी ही क्यों ना छोड़नी पड़े। भ्रष्टाचार किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। आरटीआइ दाखिल करेंगे और सभी पार्षदों की आपात बैठक बुलाएंगे। नगर निगम कर्मचारी सहयोग नहीं कर रहे हैं। सिस्टम अकेले नहीं बदला जा सकता है। इस घटनाक्रम के बाद डिप्टी मेयर सीधे नगर आयुक्त से मिलने पहुंचे। कुछ देर के बाद डिप्टी मेयर वहां से निकले तो उन्होंने कहा कि जांच पूरी होने के बाद आगे की कार्रवाई तय होगी।

आखिर एनजीओ कहां से कर रहा भुगतान : नगर निगम ने जब राशि का आवंटन नहीं किया तो, वृद्धाश्रम के संचालन के लिए एनजीओ छह कर्मियों को कहां से भुगतान कर रही है। देखरेख के लिए गार्ड, रसोइया, वार्ड प्रभारी गत अक्टूबर माह से एनजीओ में कार्य कर रहे हैं। इन पर प्रति माह 17 हजार प्रति माह खर्च किया गया। इसके अतिरिक्त भोजन व रखरखाव पर अलग से खर्च किया जा रहा था। रजिस्टर में राकेश का जिक्र किया गया है जिसने कर्मचारी को भुगतान किया है।