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मुख्यमंत्री नीतीश ने शराबबंदी की ‘मंजूषा’ को खूब सराहा

भागलपुर : अंग क्षेत्र की लोक कला मंजूषा पेंटिंग का शराबबंदी से जुड़ाव गुरुवार को बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार को खूब भाया। हेलीकॉप्टर पर चढ़ने और उतरने से पहले वे ‘मंजूषा’ कलाकारों की कलाकारी को निहारते रहे। हवाई अड्डा के एयरबेस पर शराबबंदी के समर्थन में बनी मंजूषा पेंटिंग को देखने के लिए हेलीकॉप्टर के दो चक्कर लगवाए। मुख्यमंत्री ने मंजूषा पेंटिंग करने वाले कलाकारों की खूब सराहना भी की।

करीब साढ़े दस बजे मुख्यमंत्री का हेलीकॉप्टर बांका के लिए उड़ा और बेस पर बनी पेंटिंग के चक्कर लगाने लगा था। प्रशासनिक अधिकारियों के अनुसार शराबबंदी के समर्थन में खड़ा हर शख्स, हर चित्र अभी मुख्यमंत्री के करीब है। एयरबेस पर पहले भी मुख्यमंत्री का ध्यान खींचने के लिए मंजूषा पेंटिंग की गई थी। पर अबकी शराबबंदी के संदेश के साथ यह कला मुख्यमंत्री के और करीब आ गई । यह मधुबनी पेंटिंग की तरह अंग प्रदेश की लोक संस्कृति को प्रदर्श करने वाली मंजूषा पेंटिंग को भी सरकारी दर्जा दिलाने के प्रयास का हिस्सा है।

बांका जाने के क्रम में हवाई अड्डा पहुंचते ही मुख्यमंत्री खबर की सच से रूबरू थे। साथ चल रहे अधिकारियों से बोले, सुबह इसके बारे में अखबार में पढ़ा था, मुझे थोड़ा ऊपर से इसे दिखाइए। दरअसल हवाई अड्डा में इस बार मंजूषा पेंटिंग का बेहतरीन नमूना पेश किया गया है। बिहार के नक्शे के बीच हाथ से हाथ पकड़े लोगों को इसमें रेखांकित किया गया है। परंपरागत सफेद पेंट के बेस पर लाल-पीला व हरा रंग से रंगी मनभावन पेंटिंग आंखों को अपनी ओर आकर्षित कर रही थी। यह मानव श्रृंखला के प्रति जन जुड़ाव की भावना को दर्शा रही है। कलाकार ने मोटे हर्फो में लिखकर संदेश भी दिया है- साथ साथ जोड़े हाथ। इसके दक्षिण-पश्चिम हिस्से की ओर की पेंटिंग में लोगों को खुशियां मानते दिखाए गया है। संदेश है- शराब वर्जित, बिहार हर्षित।