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मीसा भारती बन सकती है बिहार की उपमुख्यमंत्री

सुनकर हैरान हो गए ना? लेकिन राजनीति में कुछ भी हो सकता है. एक समय लालू प्रसाद यादव के जबरदस्त प्रतिद्वंद्वी रहे नीतीश कुमार अब बिहार की आधी कमान उनकी बेटी को सौंप सकते हैं. एक अंग्रेजी अखबार ने पटना से यह खबर दी है. उसका कहना है कि सत्तारूढ़ जेडी (यू) और लालू की पार्टी आरजेडी का विलय होना तय है और उसके बाद यह व्यवस्था होगी.

अखबार के मुताबिक वर्तमान मु्ख्यमंत्री जीतन राम मांझी का हटना तय है और उनकी जगह नीतीश कुमार खुद लेंगे या एक और महादलित उदय नारायण चौधरी को बिठाएंगे. नीतीश कुमार महादलितों को नाराज करने का जोखिम नहीं ले सकते. बताया जा रहा है कि 16 जनवरी तक मांझी को हटा दिया जाएगा.

मांझी ने अपने बयानों और फैसलों से न केवल नीतीश कुमार को बल्कि पार्टी के अन्य नेताओं को भी नाराज कर दिया है. सत्ता के गलियारों में अब उनकी विदाई के चर्चे हैं. लेकिन उन्होंने साफ कर दिया है कि बिहार का अगला सीएम उनकी तरह ही महादलित होना चाहिए. अगर उन्हें हटाकर नीतीश कुमार खुद मु्ख्यमंत्री बन जाते हैं तो महादलित नाराज हो जाएंगे और उनके बिना चुनाव जीतना असंभव होगा. दरअसल नीतीश कुमार ने महादलित को मुख्यमंत्री बनाकर राज्य की सत्ता अपने पास रखना चाहा लेकिन मांझी के स्वतंत्र स्वभाव और निजी विचारों ने नीतीश को मु्श्किल में डाल दिया है. कई मुद्दों पर दोनों में मतभेद रहे.

मांझी ने महादलितों में अपने को मजबूत कर लिया है. उन्होंने इसके लिए कई बार पार्टी लाइन तक छोड़ दी. अब पार्टी उन्हें बर्दाश्त नहीं कर पा रही है. लेकिन उन्हें हटाने में घबरा भी रही है. दोनों पार्टियों के विलय के बाद उन्हें हटाना आसान होगा. लेकिन इससे जेडीयू में असंतोष हो सकता है.

लोकसभा चुनाव में नरेन्द्र मोदी के हाथों जबर्दस्त पराजय को नीतीश कुमार भुला नहीं पा रहे हैं और वे किसी तरह से अपनी स्थिति सुधारना चाहते हैं. इसके लिए वे लालू प्रसाद से भी मदद मांगने से नहीं चूके.