बिहार में सत्तारूढ़ जनता दल युनाइटेड (जेडीयू) के राष्ट्रीय अध्यक्ष शरद यादव ने कहा कि धार्मिक स्थलों पर लाउडस्पीकर नहीं लगाया जाना चाहिए। इससे ध्वनि प्रदूषण फैलता है। साथ ही लोगों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। उत्तर प्रदेश की राजधानी में पार्टी के प्रदेश मुख्यालय में पत्रकारों से मुखातिब शरद यादव ने केंद्र में सत्तारूढ़ बीजेपी पर तीखा प्रहार करते हुए कहा, 'ये लोग तो प्यार-मोहब्बत के भी खिलाफ हैं। इसलिए इन्होंने लव-जिहाद का मुद्दा उछाला था, जो उपचुनाव में उनके काम न आ सका।'
जेडीयू नेता ने कहा कि यह गौर करने वाली बात है कि लोकसभा चुनाव में 70 फीसदी वोट बीजेपी के नेतृत्व वाले एनडीए के खिलाफ पड़ा है। इस वोट को एकजुट करने की जरूरत है। बीजेपी का कुनबा दिन-प्रतिदिन छोटा होता जा रहा है, ये लोग सभी जगह अपने पैर पसारने की कोशिश कर रहे हैं जो कि गलत है, गठबंधन ऐसे नहीं चलता। बिहार की तरह उत्तर प्रदेश में धर्मनिरपेक्ष विचारधारा वाली पार्टियों के गठबंधन की संभावना के बाबत पूछे जाने पर शरद हालांकि सवाल को टाल गए।
शरद ने कहा कि मौजूदा केंद्र सरकार सिर्फ हवा-हवाई बातें ही कर रही है। एक भी काम अभी तक धरातल पर उतरा नहीं दिखाई देता, मगर उपलब्धियां ऐसे गिनाई जा रही हैं, जैसे पहले कोई काम ही नहीं हुआ। इनकी उपलब्धियां कम ही लोगों को समझ में आ रहा है। उन्होंने कहा कि देश में पानी की बहुत ज्यादा किल्लत है, जिस पर किसी का ध्यान नहीं जा रहा है। गांव और शहर के बीच का फर्क खत्म कर किसानों को समृद्धिशाली बनाने की जरूरत है, मगर इस दिशा में कोई काम नहीं हो रहा है।
यह सरकार काला धन विदेशों से लाने की बातें तो कर रही है, पर 10 लाख करोड़ रुपए के एनपीए अकाउंट का क्या होगा जो गरीब जनता का पैसा है। जेडीयू अध्यक्ष ने कहा, 'आज देश में व्यापक स्तर पर महंगाई और भ्रष्टाचार है। इतनी महंगाई तो अपनी पूरी जिंदगी में मैंने नहीं देखी। महंगाई से तंग आकर किसान और बरोजगार नौजवान आत्महत्या कर रहे हैं।' उन्होंने कहा कि इस सरकार में भी भ्रष्टाचार कम होने का नाम नहीं ले रहा है। इसकी कोई उम्मीद भी नहीं दिखती है। शरद ने कहा कि एम्स के संजीव चतुर्वेदी को हटाया जाना काफी निंदनीय है। वह बहुत ही ईमानदार अफसर थे।