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बिहार : JDU के दोनों उम्मीदवार पवन वर्मा और गुलाम रसूल राज्‍यसभा चुनाव जीते


बिहार में राज्‍यसभा की दो सीटों के लिए गुरुवार को हुए उपचुनाव में जेडीयू ने जीत दर्ज की। जदयू प्रत्याशी गुलाम रसूल बलियावी ने बागी समर्थित निर्दलीय प्रत्याशी साबिर अली को और जदयू प्रत्याशी पवन वर्मा ने निर्दलीय प्रत्याशी अनिल शर्मा को पराजित कर दिया। अनिल शर्मा को  108 और साबिर अली को 107 वोट मिले, जबकि पवन वर्मा को 122 और गुलाम रसूल को 123  वोट मिले। 
मतदान के दौरान नोंक-झोंक
इससे पहले मतदान के दौरान भाजपा और जेडीयू विधायकों के बीच नोंक-झोंक भी हुई। भाजपा विधायक भागीरथी देवी और जेडीयू विधायक मंजू देवी वोट देने के लिए लाइन में लगी थीं। इस दौरान नरेंद्र मोदी और नीतीश कुमार के मुद्दे पर इनके बीच झगड़ा हो गया। मौके पर मौजूद दूसरे विधायकों ने बीच-बचाव कर मामला शांत कराया।
जदयू विधायकों ने की क्रॉस वोटिंग
ऐसी खबरें भी आईं कि जेडीयू के कई विधायकों ने क्रॉस वोटिंग की। इनकी तादाद 16 बताई जा रही है। गौरतलब है कि इस चुनाव में राजद ने जदयू के दोनों उम्मीदवारों को समर्थन देने की घोषणा की थी। वहीं, भाजपा ने जदयू के बागियों के समर्थन से उतरे निर्दलीय प्रत्याशियों के पक्ष में वोट डालने का फैसला लिया था। इसके चलते मुकाबला काफी दिलचस्प रहा। 
नीतीश के समर्थन में लालू
बुधवार को राजद विधायक दल की बैठक के बाद लालू प्रसाद ने कहा था कि उनके सभी विधायक जदयू उम्मीदवारों को वोट देंगे, लेकिन पांच विधायक बैठक में नहीं आए थे। पार्टी के दूसरे बड़े नेता रघुवंश प्रसाद सिंह भी जदयू को समर्थन के पक्ष में नहीं थे, लेकिन लालू ने उनके विरोध को दरकिनार कर दिया। जानकार मानते हैं कि लालू का यह फैसला उनकी पार्टी पर भारी पड़ सकता है और राजद में बगावत तेज हो सकती है।
नीतीश को समर्थन देते हुए लालू ने कहा था- भाजपा के षड्यंत्र को असफल करने और भविष्य में सेक्युलर और सामाजिक ताकतों की स्थापना के लिए हमने जदयू को समर्थन देने का फैसला किया है। उन्‍होंने यह भी जोड़ा था कि जदयू ने ही भाजपा को मजबूत आधार देकर पनपने का मौका दिया और राजद को कमजोर करने में कोई कसर नहीं छोड़ी।
नीतीश का बागियों को 'माफी' ऑफर, लालू को धन्यवाद
लालू से समर्थन मिलने के बाद नीतीश कुमार ने आरजेडी चीफ को धन्यवाद दिया था और बागियों को माफी की बात कही थी। नीतीश ने कहा था, 'सुबह का भूला शाम को घर आता है तो उसे भूला नहीं कहते।' कुछ लोग बहकावे में आ गए हैं, उनसे अपील है कि वे लौट आएं। सबको भाजपा का खेल समझना चाहिए। 'पार्टी मां के समान होती है।' हालांकि नीतीश ने तब यह भी कहा था कि लालू द्वारा उनके समर्थन का अर्थ भविष्य में किसी राजनीतिक गठजोड़ से नहीं लगाना चाहिए।