एनएनएन, नई दिल्ली । नौ चरणों में हुए लोकसभा चुनावों की मतगणना शुक्रवार सुबह आठ बजे देश भर में एक साथ शुरू हो गई। वोटों की गिनती शुरू होते ही अब कई दिग्गजों की किस्मत का फैसला थोड़ी देर में हो जाएगा। नतीजों के शुरुआती रुझान साढ़े नौ बजे तक आने की उम्मीद है। आखिरी परिणाम शाम 4 बजे तक मिलने की संभावना है।
चुनाव आयोग के अनुसार, देश में 989 केंद्रों पर मतगणना शाम 4 बजे तक पूरी होने की संभावना है और रुझान सुबह 9:30 बजे से आने शुरू हो जाएंगे। दोपहर तक 16वीं लोकसभा में अहम भूमिका निभाने वाले दलों के बारे में तस्वीर साफ हो सकती है। सात अप्रैल से 12 मई के बीच 81.4 करोड़ में से 66 फीसदी मतदाताओं ने लोकसभा के 543 सदस्यों के चुनाव के लिए मतदान किया था। चुनाव बाद के विभिन्न सर्वेक्षणों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और इसके गठबंधन राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) को बहुमत मिलने की संभावना व्यक्त की गई है।
भारत के इतिहास में सबसे लंबे चले चुनाव में नरेंद्र मोदी, सोनिया गांधी, राहुल गांधी और अरविंद केजरीवाल जैसे दिग्गजों समेत 8251 उम्मीदवार मैदान में थे जिनकी तकदीर का फैसला ईवीएम मशीनें आज करेंगी। राष्ट्रीय दलों कांग्रेस, भाजपा, बसपा, भाकपा, माकपा और राकांपा ने कुल 1591 उम्मीदवार खड़े किये थे। 47 प्रादेशिक पार्टियों ने 529 उम्मीदवार मैदान में उतारे थे। वहीं 1600 से अधिक पंजीकृत लेकिन गैरमान्यता प्राप्त राजनीतिक दलों ने 2897 प्रत्याशियों पर भरोसा जताया था। इनके अलावा 3234 निर्दलीय उम्मीदवारों के भाग्य का फैसला होगा। परिणाम से पहले अधिकतर एग्जिट पोल में भाजपा को सबसे बड़ी पार्टी बताया गया है।
मतगणना सुबह 8 बजे शुरू होगी। सबसे पहले डाक मतपत्र गिने जाएंगे। चुनाव आयोग के दिशानिर्देशों के अनुसार आधे घंटे बाद सात लाख से अधिक ईवीएम मशीनों से मतगणना की प्रक्रिया शुरू होगी। ‘बैलट यूनिट’ को वरिष्ठ निर्वाचन अधिकारियों तथा उम्मीदवारों के मतगणना एजेंटों की उपस्थिति में खोला जाएगा। यह पहला लोकसभा चुनाव है जिसमें ‘नोटा’ (इनमें से कोई नहीं) का विकल्प भी मतदाताओं को प्रदान किया गया।
2014 के लोकसभा चुनावों में अब तक का सर्वाधिक मतदान हुआ और देश में करीब 81.4 करोड़ मतदाताओं में से 66.38 प्रतिशत ने अपने मताधिकार का इस्तेमाल किया।
मतगणना की पूर्वसंध्या पर मुख्य चुनाव आयुक्त वीएस संपत ने कहा कि देशभर में निर्वाचन अधिकारियों द्वारा सही से तैयार की गई मतदाता सूचियों के नतीजतन अच्छा मतदान हुआ। उन्होंने कहा कि इस बात को सुनिश्चित करने के लिए कई कदम उठाये गये कि मतदान की पात्रता रखने वालों के नाम मतदाता सूची में शामिल हों। नए मतदाताओं को शामिल करने की कवायद 7 अप्रैल को पहले चरण के मतदान से कुछ दिन पहले की गई थी। आयोग ने पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए सभी मतगणना मेजों पर माइक्रो ऑब्जर्वर तैनात किये हैं। निर्वाचन अधिकारियों को निर्देश दिया गया है कि मतगणना के हर राउंड और हर मेज का प्रिंटआउट उम्मीदवारों के एजेंटों को प्रदान करें।
कुल दस चरणों में हुए मतदान के दौरान 17.2 लाख इलेक्ट्रॉनिक वोटिंग मशीन (ईवीएम) का इस्तेमाल हुआ।