बिहार विधानसभा के पूर्व अध्यक्ष सह कांग्रेस विधायक दल के नेता सदानंद सिंह को फोन कर उनसे 15 लाख की रंगदारी के तौर पर मांगने वाले एक व्यक्ति को आज पुलिस ने भागलपुर जिला के नवादा गांव से गिरफ्तार कर लिया.
पुलिस उपाधीक्षक नीरज कुमार सिंह ने बताया कि उक्त मामले में नवादा गांव से पुलिस ने निरंजन साह नामक एक व्यक्ति को गिरफ्तार कर लिया है और उसके दो अन्य सहयोगियों की तलाश जारी है.
बिहार विधानसभा में कांग्रेस विधायक दल के नेता सदानंद सिंह को कल रात्रि एक मोबाइल फोन से कॉल करके अभद्र भाषा का प्रयोग किया तथा उनसे 15 लाख रुपये रंगदारी के तौर पर देने नहीं तो परिणाम भुगतने के लिए तैयार रहने की धमकी दी. भागलपुर के कहलगांव विधानसभा क्षेत्र से विधायक सदानंद सिंह द्वारा पुलिस को इसकी सूचना देने के बावजूद एक दूसरे मोबाइल फोन नंबर से उन्हें दोबारा फोन किया गया.
पुलिस इस मामले में अंटीचक थाने में एक प्राथमिकी दर्ज कर हरकत में आयी और मोबाइल फोन का पता लगाकर निरंजन को गिरफ्तार किया. अपराधियों ने सदानंद सिंह को रंगदारी की राशि भागलपुर बस स्टैंड के समीप पार चौक पर एक बिना नंबर वाले आटो रिक्शा पर रख देने को कहा था. पुलिस उक्त आटोरिक्शा और उसके चालक के बारे में पता लगाने का प्रयास कर रही है.
वहीं कांग्रेस नेता सदानंद सिंह ने बताया कि 27 मई से अब तक चार बार फोन आ चुका है। जिसमें यह भी कहा गया कि जिस तरह से भागलपुर में एक पेट्रोल पम्प मैनेजर शर्मा की गोली मारकर हत्या की गयी थी वैसा ही अंजाम होगा। जिसकी सूचना पुलिस को दे दी गयी। इसके बाद फिर 29 मई को दो बार 15 लाख रुपये पहुंचाने का फोन आया। जिसकी सूचना भी पुलिस को दे दी गयी। जिनके द्वारा मामले को प्रचारित और प्रसारित नहीं करने को कहा गया। मुझे समझ में नहीं आ रहा कि जब मेरी किसी से दुश्मनी नहीं है, तो इस तरह का फोन आना एक चिंता का विषय है। जिसे लेकर कड़ी से कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए। पुलिस को जिस तेजी और तरीके से कार्रवाई करनी चाहिये उसमें कमी है। कानून व्यवस्था को काफी मजबूत रहना होगा। इस तरह से ढीला रहने पर अपराधियों का मनोबल तो बढ़ेगा ही।