लोक सभा चुनाव प्रचार के दौरान शनिवार को नवगछिया स्थित महिला कालेज के मैदान में आयोजित चुनावी सभा में भीड़ को देख गदगद हो गये राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद और उनके पुत्र तेज प्रताप । हो भी क्यों नहीं? जहां इलाके के लोगों में काफी दिनों बाद लालू जी को नजदीक से देखने का मौका मिलना तय था। वहीं लालू जी को भी काफी दिनों बाद फिर से नवगछिया जैसे इलाके में इतनी भीड़ देखने और बेटे को दिखाने का मौका मिला । वह भी इस इलाके के सुरमा कहे जाने वाले आरके राणा के पुत्र अमीट राणा के राजद छोड़ने के बाद। जहां ये भागलपुर लोकसभा क्षेत्र के प्रत्याशी शैलेश कुमार उर्फ बुलों मंडल के पक्ष में मतदान करने की अपील करने हेलीकाप्टर से आए थे।
इस चुनावी सभा के दौरान लालू प्रसाद ने नरेंद्र मोदी,,नितीश कुमार और राम बिलाश पासवान पर निशाना साधा। मतदाताओं को कई बार झुकझुक कर प्रणाम किया तथा अपने प्रत्यासी बुलों मंडल से भी मतदाता को प्रणाम करवाया। मंच से लालू प्रसाद ने साफ तौर पर कहा की यहाँ से टिकट लेने वाले बहुत उम्मीदवार थे। हमने बहुत ठोक ठाक कर यहा टिकट दिया है। इसी दौरान पार्टी से जाने वालों पर भी कोई खास चर्चा नहीं की।
राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव ने साम्प्रदायिक शक्तियों से लोगों को आगाह करते हुए आज कहा कि देश में साम्प्रदायिक ताकतों को रोकने के लिए ही उन्होंने कांग्रेस और राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (राकांपा) से गठबंधन किया है। यादव ने चुनावी सभा को संबोधित करते हुए कहा कि साम्प्रदायिक शक्तियां फिर से देश में सिर उठाने लगी हैं। देश को बचाने के लिए साम्प्रदायिक शक्तियों को दरकिनार करना होगा। उन्होंने कहा कि देश में अशांति फैला रहे भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और जनता दल यूनाईटेड (जदयू) से सावधान रहने की जरूरत है क्योंकि विकास तभी होगा जब शांति एवं भाईचारा रहेगा। राजद अध्यक्ष ने कहा कि उनके और उनकी पार्टी के शासनकाल में बिहार में कोई दंगा नहीं हुआ। साम्प्रदायिक शक्तियों को रोकने के लिए उन्होंने कभी राज की भी परवाह नहीं की।
उन्होंने साफ किया कि वह किसी भी सूरत में किसी दल या व्यक्ति को आपसी सौहार्द या भाईचारे को बिगाडऩे की इजाजत नहीं देंगे। उन्होंनें कहा कि कई साल पहले उन्होंनें भाजपा नेता लाल कृष्ण आडवाणी को रोक कर साम्प्रदायिक शक्तियों के मंसूबों को असफल कर दिया। इस बार भी ऐसा ही होगा। राजद अध्यक्ष ने कहा कि भाजपा-जदयू की हालत की अंदाजा इसी बात से लगाया जा सकता है कि दोनों दलों को अपने बलबूते उम्मीदवार नहीं मिल रहे हैं और उन्हें दूसरे दल से उम्मीदवार इम्पोर्ट करना पड़ रहा है। यादव ने मुख्यमंत्री और जदयू नेता नीतीश कुमार की तीखी आलोचना करते हुए कहा कि जिस नीतीश को हम राजनीति में लेकर आए थे वह आज बबूल का पेड़ हो गए हैं। सत्ता मोह में कुमार लालची हो गए हैं।
उन्होंने कहा कि नीतीश मंत्रिमंडल के सभी मंत्री एवं विधायक मेरे ही घर के सदस्य हैं। उन्होंने भाजपा-जदयू में टूट पर चुटकी लेते हुए कहा कि दोनों पार्टियों ने लव मैरिज किया था और अब दोनों में तलाक हो गया है इसलिए दोनों दलों से सावधान रहने की जरूरत है। सभा को भागलपुर लोकसभा क्षेत्र से राजद-कांग्रेस-राकांपा गठबंधन उम्मीदवार बूली मंडल ने भी संबोधित किया। सभा का संचालन राजेन्द्र यादव ने किया।