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संसद में लहराया चाकू, मिर्ची स्प्रे का हमला, 18 सांसद सस्पेंड


लोकसभा में गुरुवार को जो हुआ उसने पूरे देश का सिर शर्म से झुका दिया है। तेलंगाना बिल के विरोध में कांग्रेस और टीडीपी के दो सांसदों की करतूत ने लोकतंत्र का सिर शर्म से झुका दिया है। तेलंगाना विरोध के चलते कांग्रेस से निकाले जा चुके सांसद एल राजगोपाल ने बिल पेश होते ही आसपास खड़े सांसदों पर कालीमिर्च का स्प्रे छिड़क दिया। एल राजगोपाल विजयवाड़ा से सांसद हैं। स्प्रे की चपेट में आने से कई सांसदों की तबीयत बिगड़ गई, जिन्हें राम मनोहर लोहिया अस्पताल में भर्ती कराया गया । 

लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने इस घटना पर कहा है कि मैं बेहद तकलीफ और गुस्से में हूं। संसदीय कार्य मंत्री कमलनाथ ने घटना को प्रजातंत्र के लिए काला दिन करार दिया है।

सदन में घोर अव्यवस्था फैलाने, नियमों का उल्लंघन करने और जानबूझकर कार्यवाही में विघ्न डालने के आरोप में लोकसभा अध्यक्ष मीरा कुमार ने 18 सदस्यों को नियम 374 ए के तहत निलंबित कर दिया। सदन में पिछले कई दिनों से तेलंगाना मुद्दे पर कार्यवाही में बाधा डालने के लिए इन सदस्यों को अध्यक्ष ने निलंबित किये जाने की आज घोषणा की। आज निलंबित किये गए 18 सदस्यों में सबम हरि, अनंत वेंकटरामी रड्डी, रायापति संवाशिवा राव, निमाला कृषतप्पा, वाई एस जगनमोहन रेड्डी, एम वेणुगोपाल रेड्डी, एस पी वाई रेड्डी, के नारायण राव, एम राजमोहन रेड्डी, एम श्रीनिवासुलू रेड्डी, वी अरूण कुमार, ए साई प्रताप, एल राजगोपाल, सुरेश कुमार शेटकर, के आर जी रेड्डी, जी एस रेड्डी, डा. एन शिवप्रसाद, वापीराजू कानूमुरी शामिल हैं। घटना पर कांग्रेस नेता राजीव शुक्‍ला ने कहा है कि सदन में मौजूद सभी सांसदों को मारने की साजिश थी।

लोकतंत्र में टीडीपी के सांसद वेणुगोपाल रेड्डी पर एक सांसद ने चाकू निकाने के भी आरोप लगाया है। लोकसभा में गुरुवार को तेलंगाना बिल के विरोध के नाम पर लोकसभा में जमकर बवाल हुआ। सांसदों ने बिल की कॉपियां फाड़ दी। स्पीकर का माइक तोड़ने की कोशिश की गई इतना ही नहीं सांसदों ने लोकसभा की कई मेजें और शीशे भी तोड़ दिए। संसद के इतिहास में ऐसी शर्मनाक घटना पहले कभी नहीं हुई थी। तमाम दलों को नेता एक सुर में आज घटने वाली घटना का विरोध कर रहे हैं। सदन में स्प्रे छिड़के जाने और माइक आदि तोड़े जाने की अभूतपूर्व अफरातफरी की घटनाओं और हंगामे के बीच लोकसभा में आज विवादास्पद आंध्रप्रदेश पुनर्गठन विधेयक 2014 पेश कर दिया गया।

एक बार के स्थगन के बाद 12 बजे सदन की कार्यवाही शुरू होने से पहले ही तेलंगाना विरोधी सांसदों ने लोकसभा में भारी उत्पात मचाना शुरू कर दिया। अध्यक्ष मीरा कुमार अभी आसन पर बैठ भी नहीं पायी थीं कि तेदेपा के वेणुगोपाल रेड्डी ने लोकसभा महासचिव की कुर्सी पर चढ़कर अध्यक्ष की मेज पर रखे तेलंगाना विधेयक और अन्य कागजात को छीनना शुरू कर दिया और महासचिव के माइक को खींचकर तोड़ डाला।

कुछ सदस्य उन्हें ऐसा करने से रोक ही रहे थे कि कांग्रेस के एल राजगोपाल ने पेपरवेट उठाकर रिपोर्टर की मेज पर रखे एक बक्से को तोड़ डाला जिससे जोर का धमाका हुआ और उसके बाद अपनी जेब से कोई स्प्रे निकालकर चारों ओर छिड़कने लगे। स्प्रे छिड़कने से सदन में और दर्शक एवं पत्रकार दीर्घाओं में बैठे सभी लोगों की आंखों में जलन होने लगी और खांसी आने लगी। इससे कुछ सदस्य काफी असहज महसूस करने लगे जिसके बाद सदन में संसद के डाक्टर को बुलाना पड़ा। कुछ सदस्यों को उपचार के लिए एम्बुलेंस से राम मनोहर लोहिया अस्पताल ले जाया गया।

भारी उत्पात और अफरातफरी में तेलंगाना विधेयक कब पेश हुआ, इसका पता ही नहीं चला और बाद में कानून मंत्री कपिल सिब्बल और संसदीय कार्य मंत्री कमनाथ ने बताया कि विधेयक पेश कर दिया गया है।

पृथक तेलंगाना राज्य के गठन को लेकर गुरुवार को भी हुए विरोध प्रदर्शनों के कारण लोकसभा की कार्यवाही दिनभर के लिए स्थगित कर दी गई। लोकसभा की अगली बैठक अब सोमवार को होगी, क्योंकि शुक्रवार को गुरु रविदास जयंती की छुट्टी है। 

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने गुरुवार को संसद में उत्पन्न अभूतपूर्व बाधा को शर्मनाक करार दिया। कांग्रेस से निष्कासित एक सांसद ने लोकसभा में काली मिर्च का पाउडर छिड़का, जिससे वहां अफरा-तफरी की स्थिति पैदा हो गई। आडवाणी ने कहा कि यह घटना न केवल सरकार के लिए, बल्कि संसद के लिए भी शर्मनाक है। उन्होंने कहा कि सरकार सांसदों को निलंबित कर विवादित (तेलंगाना) विधेयक पेश करने जा रही है। यह स्पष्ट रूप से संसद चलाने का तरीका नहीं है।