आज मध्य प्रदेश में वोट डाले जा रहे हैं. एमपी में किसका सिक्का चलेगा, किसका परचम लहराएगा इसका फैसला तो मतगणना के बाद ही होगा लेकिन 230 विधानसभा सीटों के लिए जो प्रत्याशी चुनाव मैदान में खड़े हैं उनके दिलों की धड़कनें ज़रूर बढीं हुई हैं.
एमपी के चुनावी समर में कुल 2583 उम्मीदवार मैदान में हैं.
मध्य प्रदेश इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स (एडीआर) ने चुनाव मैदान में खड़ी तीन प्रमुख पार्टियों (बीजेपी, कांग्रेस, बीएसपी) के उम्मीदवारों की ओर से जो नामांकन फार्म के साथ चुनाव आयोग के समक्ष जो शपथपत्र दिया गया उसका विश्लेषण किया है.
इस विश्लेषण में कई दिलचस्प बातें सामने आई हैं. आइए डालते कुछ महत्वपूर्ण तथ्यों पर एक नज़र:
मैदान में हैं 370 करोड़पति
इस विश्लेषण के मुताबिक एमपी विधानसभा का चुनाव लड़ रहे 370 प्रत्याशी (करीब 35%) करोड़पति हैं.
एडीआर की रिपोर्ट के मुताबिक विजयराघवगढ़ से चुनाव मैदान में खड़े कांग्रेस के प्रत्याशी संजय राघव एमपी के सबसे अमीर प्रत्याशी है. पोस्ट ग्रेजुएट संजय पाठक के खिलाफ दो क्रिमिनल केस हैं जबकि उनकी कुल संपत्ति 121 करोड़ है.
दूसरे नंबर पर हैं रतलाम सिटी से बीजेपी के टिकट पर ताल ठोंक रहे चेतन कश्यप जिसकी कुल संपत्ति 120 करोड़ है. हालांकि इन पर कोई क्रिमिनल केस नहीं है.
370वें नंबर पर जो प्रत्याशी हैं उनकी कुल संपत्ति एक करोड़ है. ये हैं सुरेश मिंदा जो इंदौर-4 से कांग्रेस के उम्मीदवार हैं.
पैन नंबर तक नहीं
इस विश्लेषण के मुताबिक 366 उम्मीदवार (35%) ऐसे हैं जिन्होंने पैन नंबर डिक्लेयर नहीं किया है. देवास से बीएसपी के उम्मीदवार मुन्नी सेठ-राजेंद्र शर्मा यूं तो 12 करोड़ की संपत्ति के मालिक हैं लेकिन उनके पास पैन नंबर नहीं है.
इस लिस्ट में इनमें बीजेपी के 21, बीएसपी के 101 और 20 कांग्रेस के उम्मीदवार हैं.
आपराधिक केस वाले उम्मीदवार
इस रिपोर्ट के मुताबिक चुनाव मैदान में 243 ऐसे उम्मीदवार हैं जिनके खिलाफ आपराधिक मामले चल रहे हैं. 143 उम्मीदवार ऐसे हैं जिन्होंने शपथपत्र में गंभीर आपराधिक मामले घोषित किए हैं.
माहिदपुर सीट से कांग्रेस के टिकट पर चुनाव लड़ रहीं डॉक्टर कल्पना परुलेकर के खिलाफ 13 आपराधिक मामले दर्ज हैं. खास बात ये है कि 61 साल की कल्पना परुलेकर पीएचडी होल्डर हैं.
इनके पीछे हैं हरेंद्र सिंह बाबू जो बीजेपी के टिकट पर जबलपुर वेस्ट से चुनावी मैदान में खड़े हैं. इनके ऊपर 10 आपराधिक मामले दर्ज हैं.
इनके बाद नंबर आता है बीएसपी की रेखा चंदन राय का जो ग्वालियर से चुनाव मैदान में हैं. इनके ऊपर भी 10 आपराधिक केस चल रहे हैं.
मात्र 9 प्रतिशत महिलाएं
एमपी के चुनावी समर में मात्र नौ प्रतिशत यानि कि 97 महिलाओं को ही मौका दिया गया है.
समाजवादी पार्टी ने पांच महिलाओं को टिकट दिया है जबकि कांग्रेस ने 22 महिलाओं को मौका दिया है.
बहुजन समाज पार्टी ने 18 महिलाओं को मौका दिया है जबकि बीजेपी की ओर से सर्वाधिक 29 महिलाएं चुनाव मैदान में हैं.
सबसे अमीर महिला प्रत्याशी हैं नीलम मिश्रा जो सेमारिया से बीजेपी के टिकट पर मैदान में हैं. इनकी कुल संपत्ति है 21 करोड़.
46 प्रतिशत उम्मीदवार ग्रेजुएट, 45 प्रतिशत भरते हैं रिटर्न
483 उम्मीदवार ऐसे हैं जो ग्रेजुएट या इससे अधिक हैं. 11 प्रत्याशी ऐसे हैं जिनके पास डॉक्टरेट की उपाधि है. 203 उम्मीदवारों ने पोस्ट ग्रेजुएशन की हुई है जबकि 90 उम्मीदवार ग्रेजुएट प्रोफेशनल हैं. शेष 176 उम्मीदवार ग्रेजुएट हैं.
इस रिपोर्ट के मुताबिक 474 उम्मीदवार यानि 45 प्रतिशत ऐसे हैं जो इनकम टैक्स रिटर्न भरते हैं.