आम आदमी पार्टी को विदेशी पैसा मिलने के आरोपों की सरकार जांच करा रही है। केंद्रीय गृह मंत्री सुशील कुमार शिंदे ने कहा कि उन्हें इस बारे में शिकायतें मिली थीं। वहीं, अरविंद केजरीवाल ने पलटवार करते हुए कहा है कि उनकी पार्टी को जांच से कोई ऐतराज नहीं है, लेकिन कांग्रेस और बीजेपी समेत बाकी राजनीतिक दल भी अपने चंदे के स्रोत के बारे में जनता को जानकारी दें।
शिंदे ने सोमवार को कहा कि उनके पास आम आदमी पार्टी को मिल रहे विदेशी पैसे के बारे में शिकायतें आई थीं। इसके बाद उन्होंने जांच शुरू करा दी है। हालांकि उन्होंने कहा कि इस तरह की जांच में समय लगता है और 4 दिसंबर को दिल्ली में होने वाले विधानसभा चुनाव से पहले इसका नतीजा आने की संभावना नहीं है।
एक साल पहले ही बनी आम आदमी पार्टी सूबे की मुख्यमंत्री शीला दीक्षित और उनकी सरकार के खिलाफ काफी हमलावर है। खुद शीला दीक्षित ने रविवार को आम आदमी पार्टी को होने वाली फंडिंग पर सवाल उठाया था। मुख्यमंत्री का कहना है कि इस बात की जांच होनी चाहिए कि उन्हें विदेश से चंदा कहां से मिल रहा है।
वहीं, आम आदमी पार्टी ने सफाई देते हुए कहा है कि 8 नवंबर तक उसे 18.92 करोड़ का चंदा मिला। इसमें 5 करोड़ रुपया विदेशियों से मिला। NRI समेत कुल 63 हजार लोगों ने चंदा दिया। चंदे की सारी जानकारी वेबसाइट पर मौजूद है। पार्टी के राष्ट्रीय संयोजक अरविंद केजरीवाल ने चुनौती दी है कि उनकी तरह कांग्रेस और बीजेपी भी अपने चंदे के स्रोतों की जानकारी जनता के सामने रखें।
ये पहली बार नहीं है, जब सरकार आम आदमी पार्टी को मिलने वाले चंदे की जांच करा रही है। अन्ना आंदोलन के बाद जब अरविंद केजरीवाल ने राजनीतिक पार्टी बनाई थी, तब भी आरोप लगा था कि उन्होंने आंदोलन को मिले चंदे से राजनीतिक गतिविधियों को अंजाम दिया। हालांकि जांच में साफ हुआ था कि विदेश से मिलने वाले पैसे के मामले में किसी नियम का उल्लंघन नहीं किया गया।