बिहार और उड़ीसा के लिए 12 अक्टूबर का दिन बेहद खराब साबित हो सकता है। फैलिन
नाक का महातूफान 185 किलोमीटर की तेज रफ्तार से उड़ीसा की ओर बढ़ रहा है।
महातूफान की आशंका और 1999 में इसी तरह से आए तूफान में मची तबाही को देखते
हुए उड़ीसा सरकार हाई अलर्ट पर है। मौसम विभाग की माने तो बंगाल की खाड़ी
में बना ये चक्रवाती तूफान 12 अक्टूबर की दोपहर तक उड़ीसा में प्रवेश कर
जाएगा। मौसम विभाग ने कहा कि इस तूफान में तेज बारिश और भयान तूफान आएगा।
जिससे भारी जान-माल का नुकसान हो सकता है।
उड़ीसा सरकार ने महातूफान को देखते हुए वायुसेना से मदद मांगी है। वही
एनडीआरएस और सेना को अलर्ट रहने को कहा गया है। मधुआरों को समुद्र में ना
जाने की हिदायत दी गई है। उड़ीसा के सभी सरकारी दफ्तरों में नवरात्रों की
छुट्टियां रद्द कर दी गई है। समुद्र के ऊपर पिछले कई घंटों तक स्थिर रहने
के बाद अब चक्रवाती तूफान फैलिन तीव्रता के साथ पश्चिमोत्तर की ओर बढ़ रहा
है और यह पारादीव के दक्षिण पश्चिम में करीब 850 किलोमीटर में केंद्रित है।
चक्रवात कलिंगपटटनम के पूर्व दक्षिण- पूर्व में 900 किलोमीटर और
विशाखापट्टनम के पूर्व-दक्षिण पूर्व में 950 किलोमीटर में भी स्थित है।
मौसम विभाग का मानना है कि जल्द ही ये चक्रवात उड़ीसा और आंध्र प्रदेश में
दस्तक दे देगा। इन इलाकों में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है।
वहीं बिहार, झारंखड समेत देश के कई इलाकों में 12, 13 व 14 अक्तूबर को
तूफान के साथ-साथ भारी बारिश होने की आशंका जतायी गयी है। दिल्ली में तेज
हवाओं के साथ बारिश सुबह से ही शुरु हो गई है। ठंडी हवाएं चल रही है। मौसम
विभाग ने हाइ अलर्ट जारी किया है। इस तूफान को फैलिन नाम दिया गया है।
निम्न दबाव का क्षेत्र बंगाल की खाड़ी के मध्य-पूर्व में केंद्रित है और
विशाखापत्तनम से 850 किलोमीटर दक्षिण-पूर्व में अवस्थित है।
यह चक्रवातीय तूफान उत्तर-पश्चिम की ओर बढ़ रहा है। मौसम विभाग की माने तो
12 अक्तूबर की शाम यह आंध्रप्रदेश, ओड़िशा और पश्चिम बंगाल के तट पर 175 से
185 किलोमीटर प्रति घंटा की रफ्तार से दस्तक देगा। मौसम विभाग के हाई
अलर्ट के साथ ही समुद्र की तरङ लोगों को जाने से मना कर दिया गया है। वहीं
सेना को भी अलर्ट पर रखा गया है। देश के कई इलाकों में नवरात्रों की
छुट्टियां रद्द कर दी गई है।