रेलवे
ने पैसेंजरों को सुबह 8 से दोपहर 12 बजे तक एजेंटों से इंटरनेट टिकट नहीं
खरीदने की सलाह दी है। रेलवे के मुताबिक, 8 से 12 बजे तक एजेंटों को
आईआरसीटीसी की वेबसाइट से ई-टिकट बुक करने की इजाजत
नहीं है।
8 से
12 बजे तक आईआरसीटीसी वेबसाइट से टिकट बुक करने का स्लॉट आम पैसेंजरों के
लिए रिजर्व है। अगर कोई पैसेंजर इस टाइम स्लॉट में एजेंट द्वारा बुक किए गए
तत्काल या जनरल टिकट पर यात्रा करते पकड़ा जाता है तो उसे परेशानी झेलनी
पड़ सकती है। पकड़े जाने पर रेलवे आपके टिकट को कैंसल करेगा और साथ ही
रेलवे ऐक्ट के तहत आप पर कार्रवाई भी की जाएगी।
रेलवे ने
पैसेंजरों को ऐसे एजेंटों से बचने की सलाह दी है जो टिकटों की बुकिंग के
एवज में आपसे ज्यादा चार्ज लेते हैं। ऑथराइज्ड एजेंटों की लिस्ट आईआरसीटीसी
की वेबसाइट पर मौजूद है। पैसेंजरों को इन्हीं एजेंटों से टिकट बुक कराने
की सलाह दी गई है। पैसेंजरों से यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि
रिजर्वेशन स्लिप में उनका मोबाइल नंबर सही हो। इससे उनके मोबाइल पर किराये
और सर्विस चार्ज का ब्योरा एसएमएस के द्वारा मिलेगा और ज्यादा चार्ज की
वसूली से बचा जा सकेगा।
रेलवे ने पैसेंजरों को एजेंटों से बुकिंग और कैंसल कराए गए टिकटों की रसीद
लेने के लिए भी कहा है। टिकट बुक करने वाला एजेंट ही बिना एक्स्ट्रा चार्ज
लिए आपका टिकट कैंसल करेगा। फेस्टिवल सीजन या भीड़भाड़ के समय कई एजेंट
पैसेंजरों से ज्यादा पैसे वसूलते हैं। इससे बचने के लिए रेलवे ने एजेंटों
से बुक कराए जाने वाले टिकटों के लिए सरचार्ज की घोषणा की है। एसी फर्स्ट,
सेकंड और थर्ड के लिए सर्विस चार्ज 40 रुपये जबकि स्लीपर के लिए सर्विस
चार्ज 20 रुपये रखा गया है।