नये साल के प्रथम तिमाही में सिर्फ
हत्या की घटनाओं पर गौर करें तो स्थिति साफ हो जाएगी |
- 17 जनवरी को परवत्ता थाना क्षेत्र में
मुंगेर जिला निवासी अजीत कुमार का शव बरामद किया गया था. जिसकी हत्या के कारणों
पर रहस्य बरकरार है.
- 28 जनवरी को खरीक थाना क्षेत्र के कोसी पार भवनपुरा
गांव में प्रमोद सिंह और उसकी पत्नी की कथित हत्या का मामला प्रकाश में
आया.
- 31 जनवरी को रंगरा पंचायत के मुरली पंचायत की पंचायत समिति सदस्य
सुनीता देवी को उसके परिवारवालों ने ही मार दिया.
- 12 फरवरी को परवत्ता थाना क्षेत्र के
बोरवा गांव में विवाहिता गुड़िया देवी की परिवार वालों ने
हत्या कर दी और सूचना के बाद भी पुलिस देर से पहुंची और हत्यारों ने शव को
गायब कर दिया.
- 17 फरवरी को हरियो गाँव में सरस्वती पूजा के नाटक के दौरान जिला पार्षद
निरंजन सिंह की हत्या अपराधियों ने गोली मार कर दी. जिसका अभी भी
रहस्य बरकरार है.
-2 मार्च को नवगछिया के बरतन व्यवसायी के पुत्र आलोक
कुमार रहस्यमय ढ.ंग से लापता हो गया और चार दिन बाद उसका शव पोखर से बरामद
किया.
-3 मार्च को इस्माइलपुर थाने के चंडी स्थान के पास एक खेत में किसान रघुनंदन मंडल का शव बबूल
के वृक्ष से लटका मिला. परिजनों ने हत्या की प्राथमिकी
दर्ज करायी है. मामले पर रहस्य बरकरार.
-5 मार्च को परवत्ता थाना क्षेत्र
के गोनरचक में अज्ञात युवक का शव बरामद किया. गला दबा कर की गयी थी हत्या.
पुलिस नहीं कर पायी शिनाख्त.
-5 मार्च को खरीक थाना क्षेत्र के तुलसीपुर
निवासी अवधी मंडल की पत्नी विमला देवी की दुष्कर्म के बाद हत्या का मामला
प्रकाश में आया.
-8 मार्च को गोपालपुर के पचगछिया में विवाहिता राधा देवी
की हत्या ससुराल वालों ने कर दी.
-9 मार्च को तीन दिनों से लापता परवत्ता
थाना क्षेत्र के राजीव मंडल के शव को हाइलेवल गंगा धार से बरामद किया गया. गले
में लोहे का तार लपेट कर की गयी थी हत्या.
- 11 मार्च को भवानीपुर थाना
क्षेत्र के बीरबत्रा गांव में भी फांसी लगा कर विवाहिता सोनी खातून की
हत्या का मामला प्रकाश में आया. दुष्कर्म के प्रयास की तीन से अधिक
सनसनीखेज घटना सामने आ चुकी है.
- 19 मार्च की शाम नवगछिया नगर पंचायत के पूर्व वार्ड पार्षद बुल्लन पर गोली चला कर जान लेवा हमला |
इसके अलावा लूट और अपहरण के मामलों में भी इस वर्ष
नवगछिया पीछे नहीं है. जहां मानव तस्करी, अवैध शराब और हथियार का व्यापार भी परोक्ष रूप से जारी है | वहाँ नवगछिया में अब अफीम की खेती होने के भी प्रमाण
मिल चुके हैं | अफीम का सीधा संबंध अपराध से जुड़ा माना जाता है | जिसे दूसरे शब्दों में कहा जाता है कि अफीम की खेती का मतलब अपराध की खेती |
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