बिहार में नालंदा जिले के सोहडीह गांव के राकेश कुमार ने आलू उत्पादन में
एक नया रिकॉर्ड बनाया है। उन्होंने प्रति हेक्टेयर 1,088 कुंटल आलू का
उत्पादन किया है। अधिकारी इसे आलू उत्पादन का नया विश्व रिकॉर्ड बता रहे
हैं। राकेश ने पिछले वर्ष 660 क्विंटल प्रति हेक्टेयर प्याज का उत्पादन कर
एक रिकॉर्ड बनाया था।
आलू उत्पादन में राकेश ने नया रिकॉर्ड अपने ही जिले के एक अन्य किसान के पिछले रिकॉर्ड को तोड़कर बनाया है। इससे पहले जिले के देशपुरवा गांव के किसान नीतीश कुमार ने प्रति हेक्टेयर 729 कुंटल आलू का उत्पादन का विश्व रिकॉर्ड बनाया था।
नालंदा के जिला उद्यान अधिकारी डी़एऩ महतो ने सोमवार को बताया कि वैज्ञानिकों के एक दल की निगरानी में प्रति हेक्टेयर 1,088 कुंटल आलू का उत्पादन किया गया, जो अब तक के सर्वाधिक आलू उत्पादन का विश्व रिकॉर्ड है। उत्पादन के सभी रिपोर्ट राष्ट्रीय आलू शोध संस्थान सहित कई अन्य संस्थानों को भेजे जा रहे हैं, जहां से विश्व रिकॉर्ड की मान्यता दिलाने में मदद मिलेगी।
वैज्ञानिकों का कहना है कि उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक इतना उत्पादन कहीं भी रिकॉर्ड नहीं किया गया। नालंदा के जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल का कहना है कि जैविक तरीके से खेती कर आलू के उत्पादन में सोहडीह के किसान ने नया कीर्तिमान स्थापित किया है। किसानों की मेहनत और सरकारी योजनाओं के लाभ के कारण ऐसी स्थिति प्राप्त की जा सकी है।
पिछले वर्ष बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नालंदा के किसानों को आलू उत्पादन में रिकॉर्ड बनाने के लिए बधाई दी थी। उन्होंने विधानसभा में सदन को सूचित किया कि नालंदा के किसानों ने जैविक खेती के जरिए प्रति हेक्टेयर 729 कुंटल आलू का उत्पादन किया। अब तक यह रिकॉर्ड हालैंड के नाम था, जहां प्रति हेक्टेयर 535 कुंटल आलू का उत्पादन हुआ था।
यह भी उल्लेखनीय है कि नालंदा जिले के सिलाव प्रखंड के सारिलचक गांव के किसान सुरेन्द्र प्रसाद ने एक हेक्टेयर भूमि में 135.75 कुंटल गेहूं का उत्पादन किया है, जो राष्ट्रीय रिकॉर्ड है। वह हालांकि विश्व कीर्तिमान बनाने से चूक गए। प्रसाद ने एक हेक्टेयर भूमि से 135.75 कुंटल गेहूं का उत्पादन हासिल किया है। इसके पहले यह कीर्तिमान अररिया के एक किसान के नाम था, जिसने प्रति हेक्टेयर 100 कुंटल गेहूं का उत्पादन किया था।
नई दिल्ली स्थित चावल विकास निदेशालय के मुताबिक, न्यूजीलैंड के साउथलैंड गांव के किसान माइक सोलारी के नाम गेहूं उत्पादन का विश्व रिकॉर्ड है, जिसने एक हेक्टेयर में 156.37 कुंटल गेहूं का उत्पादन किया था। नालंदा के जिलाधिकारी भी मानते हैं कि जिले के अधिकतर किसान उत्पादन में अभूतपूर्व वृद्घि कर रहे हैं। उनका कहना है कि पहले किसान पारंपरिक कृषि का तरीका छोड़ आधुनिक तकनीक अपनाने के लिए तैयार नहीं थे, लेकिन प्रशासन ने जब नई तकनीक से खेती करने पर होने वाले नुकसान की भरपाई का वादा किया तो किसान कृषि के लिए नई तकनीक अपनाने को राजी हो गए, जिसका सकारात्मक नतीजा आज सभी के सामने है।
आलू उत्पादन में राकेश ने नया रिकॉर्ड अपने ही जिले के एक अन्य किसान के पिछले रिकॉर्ड को तोड़कर बनाया है। इससे पहले जिले के देशपुरवा गांव के किसान नीतीश कुमार ने प्रति हेक्टेयर 729 कुंटल आलू का उत्पादन का विश्व रिकॉर्ड बनाया था।
नालंदा के जिला उद्यान अधिकारी डी़एऩ महतो ने सोमवार को बताया कि वैज्ञानिकों के एक दल की निगरानी में प्रति हेक्टेयर 1,088 कुंटल आलू का उत्पादन किया गया, जो अब तक के सर्वाधिक आलू उत्पादन का विश्व रिकॉर्ड है। उत्पादन के सभी रिपोर्ट राष्ट्रीय आलू शोध संस्थान सहित कई अन्य संस्थानों को भेजे जा रहे हैं, जहां से विश्व रिकॉर्ड की मान्यता दिलाने में मदद मिलेगी।
वैज्ञानिकों का कहना है कि उपलब्ध आंकड़ों के मुताबिक इतना उत्पादन कहीं भी रिकॉर्ड नहीं किया गया। नालंदा के जिलाधिकारी संजय कुमार अग्रवाल का कहना है कि जैविक तरीके से खेती कर आलू के उत्पादन में सोहडीह के किसान ने नया कीर्तिमान स्थापित किया है। किसानों की मेहनत और सरकारी योजनाओं के लाभ के कारण ऐसी स्थिति प्राप्त की जा सकी है।
पिछले वर्ष बिहार विधानसभा में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने नालंदा के किसानों को आलू उत्पादन में रिकॉर्ड बनाने के लिए बधाई दी थी। उन्होंने विधानसभा में सदन को सूचित किया कि नालंदा के किसानों ने जैविक खेती के जरिए प्रति हेक्टेयर 729 कुंटल आलू का उत्पादन किया। अब तक यह रिकॉर्ड हालैंड के नाम था, जहां प्रति हेक्टेयर 535 कुंटल आलू का उत्पादन हुआ था।
यह भी उल्लेखनीय है कि नालंदा जिले के सिलाव प्रखंड के सारिलचक गांव के किसान सुरेन्द्र प्रसाद ने एक हेक्टेयर भूमि में 135.75 कुंटल गेहूं का उत्पादन किया है, जो राष्ट्रीय रिकॉर्ड है। वह हालांकि विश्व कीर्तिमान बनाने से चूक गए। प्रसाद ने एक हेक्टेयर भूमि से 135.75 कुंटल गेहूं का उत्पादन हासिल किया है। इसके पहले यह कीर्तिमान अररिया के एक किसान के नाम था, जिसने प्रति हेक्टेयर 100 कुंटल गेहूं का उत्पादन किया था।
नई दिल्ली स्थित चावल विकास निदेशालय के मुताबिक, न्यूजीलैंड के साउथलैंड गांव के किसान माइक सोलारी के नाम गेहूं उत्पादन का विश्व रिकॉर्ड है, जिसने एक हेक्टेयर में 156.37 कुंटल गेहूं का उत्पादन किया था। नालंदा के जिलाधिकारी भी मानते हैं कि जिले के अधिकतर किसान उत्पादन में अभूतपूर्व वृद्घि कर रहे हैं। उनका कहना है कि पहले किसान पारंपरिक कृषि का तरीका छोड़ आधुनिक तकनीक अपनाने के लिए तैयार नहीं थे, लेकिन प्रशासन ने जब नई तकनीक से खेती करने पर होने वाले नुकसान की भरपाई का वादा किया तो किसान कृषि के लिए नई तकनीक अपनाने को राजी हो गए, जिसका सकारात्मक नतीजा आज सभी के सामने है।