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बंद का मिला जुला असर, लालू और पासवान हिरासत में

बिहार बंद का नवगछिया में सुबह से ही मामूली असर दिखायी दिया। जहां पुजा की खरीदारी को लेकर दुकानदार ज्यादा परेशान नजर आ रहे थे। वहीं बंद समर्थकों में लोजपा के परवेश कुमार, सिकन्दर आलम, राज शेखर तथा भाकपा के सीताराम राय, मुरारी भारतीय, नवल मंडल, उमेश मंडल, परमानन्द मंडल, परमानन्द मिस्त्री, अजीत विद्रोही, जयप्रकाश राय, नईम खां, गौतम सिंह के अलावा राजद के लोग भी अपनी कोशिश में लगे देखे गये। बिहार बंद को देखते हुए कई निजी स्कूल बंद रहे वहीं सरकारी स्कूल खुले रहे।
मौके पर प्रशासन की ओर से अनुमंडल पदाधिकारी सुशील कुमार, अनुमंड्ल पुलिस पदाधिकारी रमाशंकर राय, थानाध्यक्ष राजेश कुमार
इत्यादि अन्य पदाधिकारियों को भी जायजा लेते देखा गया । इसके लिये रेल से लेकर बाजार तक पुलिस और प्रशासन जगह जगह तैनात रहा। प्रशासन ने इस बंद को पूरी तरह से विफल बताया है। इसके साथ ही किसी भी अप्रिय घटना की कोई सूचना नहीं है।
उधर राज्य भर में मधुबनी पुलिस फायरिंग के विरोध में बिहार बंद के दौरान जगह-जगह सड़क और रेल ट्रैक को जाम कर दिया गया। बंद समर्थक सुबह से ही सड़कों पर निकल गये थे। अलग-अलग रूटों पर ट्रेनों व वाहनों की आवाजाही पर असर पड़ा। वहीं, मुजफ्फरपुर में पुलिस ने लाठीचार्ज भी किया है। इधर, पटना में पुलिस ने लालू और पासवान को हिरासत में ले लिया
है। बताते चलें कि बंद समर्थक सुबह से ही सड़कों पर निकल गये थे। अलग-अलग रूटों पर ट्रेनों व वाहनों की आवाजाही पर असर पड़ा।
पटना, आरा, जहानाबाद, मुंगेर, गया, सीवान, सारण, मुजफ्फरपुर, दरभंगा, बेगूसराय, भागलपुर में बंद समर्थकों ने राज्य सरकार को बरखास्त करने की मांग करते हुए मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का पुतला जलाया। आज का बंद वाम दलों की ओर से कराया गया जिसे राजद और लोजपा ने भी अपना समर्थन दिया था। पटना की सड़कों पर उतरे लोजपा प्रमुख रामविलास पासवान ने कहा कि संपूर्ण बिहार ने नीतीश कुमार की जुल्मी सरकार के खिलाफ अपना इरादा जाहिर कर दिया है।
बंद को देखते हुए राज्य जहग-जगह पुलिस की अतिरिक्त सतर्कता के बावजूद बंद समर्थक रेलवे ट्रैक पर जमे और नेशनल हाईवे 31 को आरा में तथा 81 को जहानाबाद में जाम कर दिया गया। इससे आरा-सासाराम मार्ग पर लंबी दूरी की गाड़ियों की कतार लग गयी। कई सवारी गाड़ियां जाम में घंटों फंसी रहीं। मधुबनी सहित पूरे मिथिला में पुलिस सुरक्षा के अतिरिक्त बंदोबस्त किये गये थे। हालांकि दरभंगा स्टेशन पर भाकपा माले के कार्यकर्ताओं ने कमला इंटरसिटी को रोक दिया। गया में रांची की ओर जाने वाली जनशताब्दी बंद समर्थकों का निशाना बनी। उसे घंटों रोका गया। उधर नवादा में बंद समर्थकों ने पटना-रांची मार्ग को जगह-जगह जाम दिया। पूरे राज्य में विभिन्न जगहों पर पुलिस ने बड़ी तादाद में बंद समर्थकों को हिरासत में लिया।
मालूम हो कि मधुबनी में एक गुमशुदा छात्र का शव पाने के लिए उसके परिजनों ने अनशन किया था। शुक्रवार को वहां भड़की हिंसा के बाद हालात काफी बिगड़ गये थे। शुक्रवार और शनिवार को हुई अलग-अलग पुलिस फायरिंग में अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है। पुलिस फायरिंग के विरोध में भाकपा, भाकपा माले और माकपा के आज के बंद को राजद व लोजपा का समर्थन मिल जाने प्रतिपक्ष के तेवर चढ़ गये।