तीन माह से ठड़े बस्ते में पड़े गर्भवती युवती के लाश की पहचान का मामला अबतक आसान नहीं हो सका है। जो नवगछिया पुलिस जिला के नवगछिया थाना क्षेत्र का है। जिसकी पहचान के लिये कई उपाय किये गये बताये जाते हैं। जो अब तक कारगर साबित नहीं हो पा रहे हैं। जहां एक सिरे से यह मामला पूरी तरह से आनर किलिंग का प्रतीत हो रहा है। वहीं दुसरी ओर पुलिस द्वारा करायी गयी इस अज्ञात लाश की फोटो ही इसकी पहचान का एक मात्र आधार बना हुआ है। जिसकी बदौलत इस मामले में अब तक कोई कामयाबी नहीं मिल पायी है। जबकि यह लाश नवगछिया थाना के पीछे रेल लाईन के पार 10 जुलाई को मिली थी।
मालूम हो कि पुलिस इस मामले में
तब हरकत में आयी थी जब खगड़िया जिला के मानसी थाना क्षेत्र के चकहुसैनी के रवि
कुमार रवि ने घटना के तीन माह बाद पुलिस के समक्ष आकर कहा कि उक्त युवती उसके गांव
के कारेलाल सिंह की पुत्री नैना उर्फ मधु है और वह उससे प्यार करता था. डेढ. साल
पहले मधु के बहनोई गोगरी थाना क्षेत्र के राटन निवासी धर्मेंद महतो ने उसे रहस्यमय
तरीके से गायब कर दिया. रवि का यहां तक कहना था कि उसके बहनोई ने 70 हजार देकर मधु
की हत्या करवायी है.
नवगछिया पुलिस ने कथित रुप से मृत मधु उर्फ नैना के मानसी
निवासी कोच से पूछा तो कोच ने स्पष्ट किया कि लाश वाली तसवीर नैना की नहीं है.
पुलिस ने दोबारा रवि से पूछा तो उसने बताया कि कोच नैना के ही बिरादरी का है, इसलिए
वह बोल रहा है कि मृतका नैना उर्फ मधु नहीं है. बहरहाल मामला पेचीदा हो रहा है. मधु
उर्फ नैना के बहनोई धर्मेंद के आने के बाद ही पुलिस को इस कांड में कुछ हासिल होगा,
इसकी उम्मीद नहीं की जानी चाहिए. पुलिस अब मधु के स्कूल में जाकर क्लास टीचर और
सहपाठियों से पूछ ताछ करेगी. नवगछिया एसपी आनंद कुमार सिंह के अनुसार इस कांड का अनुसंधान जल्द पूरा हो जायेगा।
नवगछिया जख बाबा स्थान के पास 10 जुलाई को मिले अज्ञात गर्भवती
युवती के शव शिनाख्त मामले में पुलिस पूरी तरह से एक ही केंद्र पर स्थिर हो गयी है.
पुलिस अनुसंधान धर्मेंद्र पर आकर ही रुका हुआ है. पुलिस का मानना है कि धर्मेंद इस
कांड का पूरी तरह से पटाक्षेप कर देगा.