
दिल्ली, मुंबई और भागलपुर जिले के सुल्तानगंज के बाद अब नवगछिया में भी डेंगू ने डंक मारना शुरु कर दिया है। इस भयानक और जानलेवा बीमारी का भय नवगछिया में भी सर चढ कर बोल रहा है। जिसका असर किसी भी पदाधिकारी पर तनिक भी नजर नहीं आ रहा। जबकि नवगछिया नगर पंचायत कार्यालय के सटे ही एक छात्र अन्ना इसका शिकार हो गया।
जिसका ईलाज एक निजी चिकित्सक की देखरेख में चल रहा है। छात्र के माता पिता भी इस जानलेवा बीमारी से काफी चिंतित हैं। इसके अलावा इस बीमारी के डर से पूरे नवगछिया शहर के लोग काफी सहमे हुए हैं। जहां मच्छरों का भीषण प्रकोप जारी है।
अन्ना हुआ डेंगू का शिकार, नगर पंचायत हुई बेकार
जानकारी के अनुसार नवगछिया नगर पंचायत से सटे एक नास्ते का दुकानदार है विवेकानन्द प्रसाद। जिसका घर भी पास में ही है। इसे दो लडका और एक लडकी है। जिसमें से बडा लडका है हेमनारायण कुमार उर्फ़ अन्ना। अन्ना के माथे में चक्कर, पुरे शरीर में दर्द और भारी कमजोरी लगभग पंद्रह दिनों पहले से जारी हो गया। काफी थक हार कर अन्ना के पिता विवेकानन्द ने आठ दिन पहले स्थानीय निजी चिकित्सक डा० एनके कुमार की देखरेख में उपचार कराना शुरु किया है। अन्ना बताता है कि चार पांच सूई रोजाना लेनी पड रही है। अन्ना की मां पूनम देवी को ईश्वर पर पूरा भरोसा है। फिर भी बेटे के स्वास्थ्य की चिंता सता रही है।
वार्ड पार्षद ने लिया जायजा
नवगछिया शहर में नगर पंचायत कार्यालय के बगल में डेंगू की खबर सुन वार्ड पार्षद बिनोद मंडल ने अन्ना के घर जाकर अन्ना का हाल जाना। मौके पर ही नगर पंचायत कार्यालय जाकर फ़ोगिंग मशीन की जानकारी ली। इसके बाद कहा कि यहां खरीदी गयी फ़ोगिंग मशीन में भी घोटाला हुआ है। जो बिल्कुल काम नहीं कर रही है। लोगों को धोखा दिया जा रहा है। जिसका नतीजा है कि शहर में मच्छरों का प्रकोप काफी बढ गया है। जो लगातार बढता ही जा रहा है।
क्या कहते हैं मुख्य पार्षद प्रतिनिधि
नगर पंचायत के मुख्य पार्षद इंद्रा देवी के प्रतिनिधि चंदेश्वरी प्रसाद सिंह कहते हैं कि यहां खरीदी गयी दो फ़ोगिंग मशीन में गडबडी है। जो काम नहीं कर रही है। सिर्फ दिखावा की वस्तु बनी हुई है। एक मशीन ठीक बतायी जा रही है। जिसमें लगने वाली दवा यहां मिलती नहीं है। जिसके लिये प्रधान लिपिक आलोक गुप्ता को बाहर भेजा गया है। दवा आते ही शहर में फ़ोगिंग मशीन से छिड़्काव कराया जायेगा। जिससे मच्छरों से निजात मिलने की संभावना है। फिलहाल लोगों को सफ़ाई पर ध्यान देने की बात कही है। साथ ही रात में सोते समय मच्छरदानी का उपयोग करने की सलाह भी दी है।
क्या कहते हैं लोगनवगछिया नगर पंचायत के लोग कहते हैं कि मच्छरों से बचाव के मामले में यह नगर पंचायत कार्यालय बेकार साबित रही है। जबकि पिछले साल भी इस इलाके के लगभग एक दर्जन लोग डेंगू के शिकार हुए थे। जिनका ईलाज भागलपुर में कराया गया था।