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ममता बनर्जी का यूपीए से समर्थन वापसी का ऐलान

देश में केन्द्र सरकार के तीन बड़े फैसलों से नाराज तृणमूल कांग्रेस अध्‍यक्ष और पश्चिम बंगाल की मुख्‍यमंत्री ममता बनर्जी ने यूपीए-2 से समर्थन वापस ले लिया है। ममता ने कहा है कि शुक्रवार को उनके मंत्री दिल्‍ली में अपना इस्तीफ़ा सौंप देंगे। यानी कि सरकार के पास अभी दो दिन का समय है।
कोलकाता के टाउन हॉल में लगभग तीन घंटे तक चली लंबी बैठक के बाद ममता ने ऐलान किया कि उनकी पार्टी सरकार में नहीं रहेगी।
ममता ने कहा
समर्थन वापसी का ऐलान करते हुए ममता ने कहा, 'मैंने देश के मतदाताओं से वादा किया था कि मैं यूपीए को पूरे पांच साल तक समर्थन दूंगी। लेकिन मैं बेहद दुख के साथ यूपीए से समर्थन वापसी का ऐलान कर रही हूं। कांग्रेस सिर्फ विदेशी किराना तक ही नहीं रुकेगी। इसके बाद वो पेंशन फंड लागू करेगी और यही नहीं उनके एजेंडे में कई दूसरी चीजें भी हैं।'
डीजल, रसोई गैस और विदेशी किराना पर सरकार के फैसले के विरोध में ममता बनर्जी ने यह कदम उठाया है। उन्‍होंने संवाददाता सम्‍मेलन में कहा, 'सरकार के फैसले जन विरोधी हैं। उन्‍होंने हमसे किसी मुद्दे पर चर्चा नहीं की।'
ममता ने सरकार के रवैये पर नाराजगी जताते हुए कहा, 'हम यूपीए की दूसरी सबसे बड़ी पार्टी हैं, लेकिन इसके बावजूद हमारी कोई इज्‍जत नहीं।' ममता ने कहा कि उनके मंत्री शुक्रवार को अपना इस्‍तीफा सौंप देंगे। यानी कि केंद्र सरकार के पास अभी दो दिन का समय है।
केन्द्र सरकार में ममता के मंत्री
मनमोहन सरकार में टीएमसी कोटे से एक कैबिनेट मंत्री और पांच राज्यमंत्री हैं। ये मंत्री हैं रेल मंत्री मुकुल रॉय, स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण राज्य मंत्री सुदीप बंद्योपाध्याय, पर्यटन राज्य मंत्री सुल्तान अहमद, शहरी विकास राज्य मंत्री सौगत रॉय, सूचना एवं प्रसारण राज्य मंत्री सी एम जटुआ और ग्रामीण विकास राज्य मंत्री शिशिर अधिकारी।
हालांकि ममता ने यह भी कहा कि अगर सरकार एलपीजी सिलेंडर की संख्‍या में इजाफा, डीजल के दामों में कमी और एफडीआई के मुद्दे पर पूरी तरह से रोल बैक करे तो वो अपने फैसले पर फिर से विचार कर सकती हैं।
फिलहाल सरकार खतरे में नहीं है क्‍योंकि समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी अभी भी बाहर से सरकार को समर्थन दे रही हैं।
समाजवादी पार्टी के नेता रामगोपाल यादव के मुताबिक, 'तृणमूल कांग्रेस के फैसले से समाजवादी पार्टी प्रभावित नहीं होगी।'
नीतीश ने कहा
बिहार को विशेष राज्य का दर्जा दिए जाने को लेकर जदयू द्वारा आयोजित की जानी वाली अधिकार रैली को लेकर पश्चिमी चंपारण जिला मुख्यालय बेतिया पहुंचे नीतीश ने कहा ‘‘उनका (ममता) यह कदम स्वागत योग्य है।