बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने सोमवार को कहा कि
बिहार में किसी भी कीमत पर रिटेल [खुदरा क्षेत्र] में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश [एफडीआई] को नहीं आने दिया जाएगा।
उन्होंने पटना में इस मामले पर चर्चा करते हुए कहा कि यह स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन [संप्रग] सरकार ने विदेशी कंपनियों के दबाव में यह फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि यह नीति कहीं से किसानों के हित में नहीं है इस कारण वह बिहार में विदेशी किराना की दुकान नहीं खुलने देंगे।
उन्होंने कहा कि आज एफडीआई का विरोध करने वालों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ रही है। मुख्यमंत्री ने एक प्रश्न के उत्तर में संप्रग की केंद्र सरकार के गिरने की आशंका से इन्कार करते हुए कहा कि आम चुनाव अपने निर्धारित समय होगा।
उन्होंने यह भी सम्भावना व्यक्त की कि अगर कोई दल संप्रग की सरकार से समर्थन वापस भी लेती है तो सरकार बहुमत का उपाय कर लेगी।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने बहुब्रांड रिटेल, एकल ब्रांड रिटेल, विमानन, प्रसारण और बिजली एक्सचेंजों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को मंजूरी दे दी। इसके बाद संप्रग के कई सहयोगी और विपक्षी दलों ने इस मंजूरी का विरोध किया।

उन्होंने पटना में इस मामले पर चर्चा करते हुए कहा कि यह स्पष्ट हो गया है कि कांग्रेस के नेतृत्व वाली संयुक्त प्रगतिशील गठबंधन [संप्रग] सरकार ने विदेशी कंपनियों के दबाव में यह फैसला लिया है। उन्होंने कहा कि यह नीति कहीं से किसानों के हित में नहीं है इस कारण वह बिहार में विदेशी किराना की दुकान नहीं खुलने देंगे।
उन्होंने कहा कि आज एफडीआई का विरोध करने वालों की संख्या दिन प्रतिदिन बढ़ रही है। मुख्यमंत्री ने एक प्रश्न के उत्तर में संप्रग की केंद्र सरकार के गिरने की आशंका से इन्कार करते हुए कहा कि आम चुनाव अपने निर्धारित समय होगा।
उन्होंने यह भी सम्भावना व्यक्त की कि अगर कोई दल संप्रग की सरकार से समर्थन वापस भी लेती है तो सरकार बहुमत का उपाय कर लेगी।
उल्लेखनीय है कि शुक्रवार को आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति ने बहुब्रांड रिटेल, एकल ब्रांड रिटेल, विमानन, प्रसारण और बिजली एक्सचेंजों में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश को मंजूरी दे दी। इसके बाद संप्रग के कई सहयोगी और विपक्षी दलों ने इस मंजूरी का विरोध किया।