नवगछिया अनुमंडल के जाह्न्वी चौक से राघोपुर जाने वाली 14 नंबर सड़क पर बना हाइ लेवल स्लूइस गेट गुरुवार
रात को ध्वस्त हो गया। इसकी वजह से गंगा का पानी तेजी से खेतों में फैलने लगा है। तेज बहाव के कारण सैकड़ों एकड़ में लगी फसल डूब गयी है। देर रात ग्रामीणों ने बचाव कार्य शुरू किया पर, इसी दौरान स्लूइस गेट का शटर स्लिप कर गया, जिससे पानी का बहाव और तेज हो गया। बाद में ग्रामीणों ने इसकी सूचना नवगछिया के अनुमंडल पदाधिकारी सुशील कुमार को दी। शुक्रवार सुबह मौका मुआयना करने के बाद उन्होंने जल संसाधन विभाग के पदाधिकारियों को मामले से अवगत कराया।
इस मामले में नवगछिया के अनुमंडल पदाधिकारी सुशील कुमार बताते हैं कि समय रहते स्लूइस गेट के ध्वस्त होने की सूचना मिल गयी थी। स्थिति को जल्द ही नियंत्रित कर लिया जायेगा। इसके लिए जल संसाधन विभाग के पदाधिकारी मौके पर कैंप कर रहे हैं। बचाव कार्य युद्ध स्तर पर जारी है। जल संसाधन विभाग के कनीय अभियंता विजय कुमार ने बचाव कार्य शुरू करवा दिया है। हालांकि पानी का बहाव देर शाम तक पूरी तरह नियंत्रित नहीं हो पाया था।
वहीँ दर्जनों ग्रामीणों के अनुसार पानी का बहाव रोकने के लिए जल्द ही ठोस कदम नहीं उठाया गया तो खरीक प्रखंड के राघोपुर, अठगामा, अठनिया, मिरजाफरी, धुव्रगंज, तेलघी, उष्मानपुर, खैरपुर, लोदीपुर, नवादा, बहत्तरा के अलावा इस्माइलपुर प्रखंड के जयमंगल टोला परबत्ता, जपतैली आदि गांव भी जलमग्न हो जायेगा। पानी का दबाव लत्तीपुर, तेतरी, जीरोमाइल सड़क और विक्रमशिला सेतु पहुंच पथ पर भी बढ जायेगा। जमुनिया धार जलमग्न हो जाने से विक्रशिला सेतु पथ पर आवागमन प्रभावित होने की संभावना है। किसान सच्चिदा नन्द मंडल, गंगा कापरी, रंजीत मंडल, बाल्यमिकी मंडल, बासुकी मंडल, टिंकू मंडल आदि ने फसल की क्षति पूर्ति की मांग की है।