बिह्पुर के पूर्व विधायक शैलेश कुमार उर्फ बुलो मंडल ने कहा है कि 31 अगस्त तक कटाव का स्थाई निदान नहीं हुआ तो एक सितम्बर से विक्रमशिला सेतु पर ग्रामीण आवास बनाकर रहेंगे और वही खाना बनाकर खाएंगे। उन्होंने कहा है कि प्रधान सचिव ग्रामीणों को बराबर झूठा
आश्र्वासन देते रहे हैं। बुधवार को भी उन्होंने ग्रामीणों को डेजर मशीन से गंगा की धारा मोड़ने की बात कही है।
उन्होंने कहा कि विक्रमशिला सेतु को तब तक जाम रखा जाएगा जब तक मुख्यमंत्री नहीं आ जाएंगे। कटाव रोकने के लिए पानी की तरह रुपये बहाये जा रहे हैं, बावजूद इसके कटाव रुकने का नाम नहीं ले रहा है। कटाव निरोधी कार्य बेकार साबित हो रहा है। उपजाऊ जमीन गंगा नदी में समा रही है। लोग घर-द्वार छोड़कर पलायन करने लगे हैं। खरीक प्रखंड के राघोपुर पंचायत का आज भी कटाव जारी है। यहां करोड़ों रुपये से बना तटबंध देखभाल के अभाव में पिछले दिनों बह गया। कटाव रोकने के लिए अब गंगा नदी की धारा बदलने की बात की जा रही है। जिला पार्षद विजय मंडल के नेतृत्व में ग्रामीणों ने प्रधान सचिव का घेराव किया। ग्रामीणों ने राघोपुर से गंगा की धारा को मुख्य धारा में मोड़ने के लिए डेजर मशीन चलाने एवं स्थायी रूप से कटाव रोकने की बात कही। उन्होंने जिला पार्षद को आश्र्वस्त किया कि अगले वित्तीय वर्ष में कटाव का स्थायी निदान कर लिया जाएगा।

उन्होंने कहा कि विक्रमशिला सेतु को तब तक जाम रखा जाएगा जब तक मुख्यमंत्री नहीं आ जाएंगे। कटाव रोकने के लिए पानी की तरह रुपये बहाये जा रहे हैं, बावजूद इसके कटाव रुकने का नाम नहीं ले रहा है। कटाव निरोधी कार्य बेकार साबित हो रहा है। उपजाऊ जमीन गंगा नदी में समा रही है। लोग घर-द्वार छोड़कर पलायन करने लगे हैं। खरीक प्रखंड के राघोपुर पंचायत का आज भी कटाव जारी है। यहां करोड़ों रुपये से बना तटबंध देखभाल के अभाव में पिछले दिनों बह गया। कटाव रोकने के लिए अब गंगा नदी की धारा बदलने की बात की जा रही है। जिला पार्षद विजय मंडल के नेतृत्व में ग्रामीणों ने प्रधान सचिव का घेराव किया। ग्रामीणों ने राघोपुर से गंगा की धारा को मुख्य धारा में मोड़ने के लिए डेजर मशीन चलाने एवं स्थायी रूप से कटाव रोकने की बात कही। उन्होंने जिला पार्षद को आश्र्वस्त किया कि अगले वित्तीय वर्ष में कटाव का स्थायी निदान कर लिया जाएगा।