भागलपुर के शिवनारायणपुर सहायक थाना क्षेत्र के रामनगर इलाके के एक
आश्रम में रहने वाली दो साध्वियों ने नौ लोगों के खिलाफ सामूहिक बलात्कार का आरोप लगाया है।
पुलिस ने आश्रम के संचालक सहित छह लोगों के खिलाफ नामजद और तीन अन्य अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है और पीड़ितों को चिकित्सीय जांच के लिए भेज दिया गया है।
पुलिस ने आश्रम के संचालक स्वामी आर्यानंद, स्थानीय निवासी घनश्याम मंडल, विवेकानंद सिन्हा, पंकज कुमार, प्रेम यादव और रतना पासवान के खिलाफ नामजद और तीन अन्य लोग अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है।
उन्होंने बताया कि दोनों पीड़िता बहन हैं और कटिहार की रहने वाली हैं। दोनों के बयान के अनुसार, आरोपियों ने आश्रम में घुसकर लूटपाट की और बाद में खेत में ले जाकर उनके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर छानबीन की है।
बिहार में हाल में महिलाओं के खिलाफ आपराधिक वारदातों की संख्या में बढोतरी हुई है। कई मामलों में पुलिस पर शिथिलता बरतने और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के आरोप भी लगे हैं।
कैसे दिया घटना को अंजाम
पीड़िता साध्वी बहनों ने मीडिया के समक्ष बताया कि आश्रम में वे अकेली रहती थीं। रविवार की शाम अंधेरा होने के पश्चात मुंह पर कपड़ा बांधे 9-10 लोग आश्रम में प्रवेश कर गए और उनके साथ करीब छह घंटे तक बारी-बारी से दुष्कर्म किया। नीलिमा ने बताया कि इसमें आश्रम के दो साधु विवेकानंद और अज्ञानंद के अलावा घनश्याम मंडल, पंकज कुमार, प्रेम यादव और रत्ना पासवान थे, जबकि दो-तीन अन्य लोगों को नहीं पहचान पाई। दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने के बाद वे उन्हें बदहवास की हालत में छोड़ फरार हो गए।
क्या है घटना का कारण
पीड़िता के मुताबिक आश्रम से सटे आरोपी घनश्याम मंडल की जमीन है। वह आश्रम की जमीन को हड़पना चाहता है। आए दिन दोनों बहनों के उपर छींटाकशी करता रहता था। इस बात को लेकर दोनों ने थानेदार से शिकायत की थी।
बोले थानाध्यक्ष
थानाध्यक्ष निर्मल कुमार ने बताया कि दोनों बहनों ने थाने पर आकर मौखिक रुप से तंग व परेशान करने की बात कही थी, लेकिन लिखित आवेदन नहीं दिया था। उन्होंने दोनों बहनों से कहा था कि आश्रम के साधु के हरिद्वार से लौटने तक अपने घर चले जाएं, लेकिन उन लोगों ने जाने से इंकार कर दिया था। बता दें कि पिछले दो-तीन महीने से आश्रम के स्वामी हरिद्वार की यात्रा पर हैं।
दो वर्ष पहले आई थीं आश्रम
संतमत सत्संग आश्रम में आश्रम के स्वामी राजेश्वरानंद ने दो वर्ष पूर्व मनिहारी (कटिहार) थाना क्षेत्र के बाघमारा गांव से दोनों बहनों को साध्वी बनाने के लिए लाया था और तब से वे आश्रम में रह कर सत्संग करती थीं। भक्तगण दिनभर आश्रम में रहने के बाद शाम अपने-अपने घर चले जाते थे।
बोलीं एसएसपी
पीड़ित बहनों की मेडिकल जांच कराई जा रही है। पुष्टि होने के बाद आरोपियों को किसी भी सूरत में छोड़ा नहीं जाएगा। स्पीडी केस चलवाकर आरोपियों को सजा दी जाएगी। केएस अनुपम, एसएसपी, भागलपुर ।

पुलिस ने आश्रम के संचालक सहित छह लोगों के खिलाफ नामजद और तीन अन्य अज्ञात के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की है। अभी तक किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई है और पीड़ितों को चिकित्सीय जांच के लिए भेज दिया गया है।
पुलिस ने आश्रम के संचालक स्वामी आर्यानंद, स्थानीय निवासी घनश्याम मंडल, विवेकानंद सिन्हा, पंकज कुमार, प्रेम यादव और रतना पासवान के खिलाफ नामजद और तीन अन्य लोग अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी है।
उन्होंने बताया कि दोनों पीड़िता बहन हैं और कटिहार की रहने वाली हैं। दोनों के बयान के अनुसार, आरोपियों ने आश्रम में घुसकर लूटपाट की और बाद में खेत में ले जाकर उनके साथ दुष्कर्म किया। पुलिस ने घटनास्थल पर पहुंचकर छानबीन की है।
बिहार में हाल में महिलाओं के खिलाफ आपराधिक वारदातों की संख्या में बढोतरी हुई है। कई मामलों में पुलिस पर शिथिलता बरतने और आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करने के आरोप भी लगे हैं।
कैसे दिया घटना को अंजाम
पीड़िता साध्वी बहनों ने मीडिया के समक्ष बताया कि आश्रम में वे अकेली रहती थीं। रविवार की शाम अंधेरा होने के पश्चात मुंह पर कपड़ा बांधे 9-10 लोग आश्रम में प्रवेश कर गए और उनके साथ करीब छह घंटे तक बारी-बारी से दुष्कर्म किया। नीलिमा ने बताया कि इसमें आश्रम के दो साधु विवेकानंद और अज्ञानंद के अलावा घनश्याम मंडल, पंकज कुमार, प्रेम यादव और रत्ना पासवान थे, जबकि दो-तीन अन्य लोगों को नहीं पहचान पाई। दुष्कर्म की घटना को अंजाम देने के बाद वे उन्हें बदहवास की हालत में छोड़ फरार हो गए।
क्या है घटना का कारण
पीड़िता के मुताबिक आश्रम से सटे आरोपी घनश्याम मंडल की जमीन है। वह आश्रम की जमीन को हड़पना चाहता है। आए दिन दोनों बहनों के उपर छींटाकशी करता रहता था। इस बात को लेकर दोनों ने थानेदार से शिकायत की थी।
बोले थानाध्यक्ष
थानाध्यक्ष निर्मल कुमार ने बताया कि दोनों बहनों ने थाने पर आकर मौखिक रुप से तंग व परेशान करने की बात कही थी, लेकिन लिखित आवेदन नहीं दिया था। उन्होंने दोनों बहनों से कहा था कि आश्रम के साधु के हरिद्वार से लौटने तक अपने घर चले जाएं, लेकिन उन लोगों ने जाने से इंकार कर दिया था। बता दें कि पिछले दो-तीन महीने से आश्रम के स्वामी हरिद्वार की यात्रा पर हैं।
दो वर्ष पहले आई थीं आश्रम
संतमत सत्संग आश्रम में आश्रम के स्वामी राजेश्वरानंद ने दो वर्ष पूर्व मनिहारी (कटिहार) थाना क्षेत्र के बाघमारा गांव से दोनों बहनों को साध्वी बनाने के लिए लाया था और तब से वे आश्रम में रह कर सत्संग करती थीं। भक्तगण दिनभर आश्रम में रहने के बाद शाम अपने-अपने घर चले जाते थे।
बोलीं एसएसपी
पीड़ित बहनों की मेडिकल जांच कराई जा रही है। पुष्टि होने के बाद आरोपियों को किसी भी सूरत में छोड़ा नहीं जाएगा। स्पीडी केस चलवाकर आरोपियों को सजा दी जाएगी। केएस अनुपम, एसएसपी, भागलपुर ।