बिहार सरकार के गुटखा पर प्रतिबंध लगाने के साथ ही

बढ़ने लगी पान की बिक्री
बिहार सरकार के इस आदेश के कारण पुरे नवगछिया क्षेत्र में गुटखा की बिक्री अब काफी ढीली हो गयी है। खुदरा दुकानों में अब गुटखा की जगह मिलता है तो सिर्फ पान मसाला। जहां गुटखा काफी सस्ता होता था, वहीँ पान मसाला काफी महँगा होता है। इसलिए अधिकाँश लोगों का झुकाव वापस पान पर होने लगा है। जो पान मसाला की अपेक्षा सस्ता ही पड़ता है। पान विक्रेता राजेश कुमार, राज कुमार भी कहते हैं कि इन दिनों पान की मांग बढ़ गयी है। फिलहाल पान की मांग में पच्चीस से तीस प्रतिशत की वृद्धि हो चुकी है।
पान मसाला की भी बढ़ रही है मांग
जब से बिहार सरकार ने गुटखा पर प्रतिबन्ध लगाया है। तबसे पान मसाला की मांग बढ़ने लगी है। यह कहना है पान मसाला के थौक विक्रेता प्रवीण कुमार भगत का। वे कहते हैं कि पान मसाला पर सरकार ने कोई प्रतिबन्ध नहीं लगाया है। सरकार का प्रतिबन्ध तो तम्बाकू युक्त या तम्बाकू मिश्रित पान मसाले पर लगा है। जिसे गुटखा के नाम से जाना जाता है। सादे पान मसाले पर कोई प्रतिबन्ध नहीं है।
कहाँ से आता था गुटखा
नवगछिया शहर में तथा इसके आस पास के इलाके में भागलपुर और कटिहार के थोक बाजार से गुटखा का माल आता था। जिसमें अब भारी कमी आ गयी है। छोटे बड़े दुकानदार भी अब गुटखा का माल रखने से कतराने लगे हैं।
क्या कहते हैं अधिकारी
नवगछिया के पुलिस अधिकारियों का कहना है कि अभी तक हमारे पास कोई जानकारी नहीं आयी है। जानकारी आने पर विधिसम्मत कारवाई की जायेगी।
क्या है प्रतिबन्ध आदेश
बिहार सरकार के आदेश के तहत राज्य में तम्बाकू और निकोटीन युक्त गुटखा एवं पान मसाला के निर्माण, बिक्री, भंडारण एवं वितरण पर तत्काल प्रभाव से प्रतिबन्ध लगा दिया गया है। लोक स्वास्थ्य सुरक्षा के दृष्टिकोण से जारी उक्त प्रतिबन्ध किसी भी नाम से प्रचलित तम्बाकू एवं निकोटिन युक्त सामग्री पर एक साल तक लागू रहेगा।