दिल्ली का सिंहासन पाने के लिए भाजपा ने अभी से लोकसभा चुनाव की

लगातार दो बार करारी शिकस्त खाने के बाद भाजपा वर्ष 2014 के लोकसभा चुनाव को हर हालत में जीतना चाहती है। पार्टी को आशंका है कि यूपीए सरकार 2013 में मध्यावधि चुनाव के लिए कूद सकती है। इसके बावजूद यह तैयारी 2014 के लिए है।
सूत्रों के अनुसार राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के साथ कई बैठकों के बाद भाजपा ने यह कवायद शुरू की है। पार्टी अध्यक्ष नितिन गडकरी की वरिष्ठ नेताओं के साथ कई दौर की बैठकें हो चुकी हैं। उम्मीदवार तलाशने का काम कई मोर्चों पर चल रहा है। खुद गडकरी और उनकी टीम प्रत्येक सीट पर संभावित उम्मीदवार की सामाजिक व राजनीतिक पृष्ठभूमि व जातीय समीकरणों के साथ ही लोकप्रियता और चुनाव जीतने की क्षमता को लेकर स्थानीय कार्यकर्ताओं व आम लोगों से फीड बैक लेने में लगे हैं। स्वतंत्र एजेंसियों से भी मदद ली जा रही है।