मथुरा में आध्यात्मिक गुरु बाबा जय गुरुदेव के महाप्रयाण के बाद दर्शन के लिए लोगों का हुजूम उमड़ पड़ा.
बाबा को संभवत: सोमवार को आश्रम के पीछे खाली भूखंड पर समाधि दी जाएगी. बाबा का पार्थिव शरीर उनकी इच्छा के अनुरूप अनुयायियों के दर्शनार्थ रखा रहेगा.
इससे पूर्व शनिवार को उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री अखिलेश यादव और पूर्व मुख्यमंत्री व समाजवादी पार्टी के मुखिया मुलायम सिंह यादव ने बाबा के पार्थिव शरीर पर श्रद्धा सुमन अर्पित किए.
आश्रम परिसर में अखिलेश यादव ने कहा कि बाबा जय गुरुदेव का महाप्रयाण उनके भक्तों के लिए अपूर्णीय क्षति है. बाबा के उत्तराधिकारी के बारे में पूछे जाने पर मुख्यमंत्री ने कहा कि इस बारे में बाबा के अनुयायी स्वयं निर्णय करेंगे, इसमें हमारा कोई हस्तक्षेप नहीं है.
बाबा के पार्थिव शरीर के दर्शन के लिए देश के कोने-कोने से अनुयायियों और शिष्यों के मथुरा पहुंचने का सिलसिला जारी है.
बाबा की इच्छा थी कि उनके पार्थिव शरीर को तीन दिन तक उनके शिष्यों के दर्शनार्थ रखा जाए. इसी के तहत सोमवार को बाबा को समाधि देने का फैसला लिया गया है.
बाबा ने 1973 में नेशनल हाईवे नंबर-2 पर एक विशाल मंदिर शिष्यों के सहयोग से बनवाया था. इसी मंदिर के पीछे उनके पार्थिव शरीर को समाधि दी जाएगी.