पटना की मां-बेटी से राजधानी एक्सप्रेस में शराब के नशे में चार बदमाश डेढ़ घंटे तक छेड़खानी करते रहे। अंत में महिला यात्री के विरोध करने पर सह यात्रियों ने तीन को पकड़ लिया। महिला का आरोप है कि टीटीई की मदद से एक भाग निकला। घटना उस वक्त हुई जब दिल्ली से चली राजधानी एक्सप्रेस रविवार की देर रात करीबन 2:30 बजे मुगलसराय से खुलने के बाद पटना की ओर रवाना हुई।
कोच अटेंडेंट किशोर कुमार ने चार शराबियों को मुगलसराय से ही गाड़ी में चढ़ा लिया और बी-6 में बर्थ पर जगह दे दी। नशे में धुत चारों बदमाशों ने अन्य परिजनों के साथ आ रही महिला के साथ छेड़खानी शुरू कर दी। उनकी बेटी से भी छेड़खानी की गई। महिला ने दो बार बदमाशों को टोक कर हद में रहने की हिदायत दी लेकिन नशेड़ी बाज नहीं आये। अंत में उन्होंने शोर-शराबा करना शुरू किया तो बाकी के यात्री आगे आये और तीनों को पकड़ लिया। इसकी खबर मिलते ही ट्रेन में एस्कॉर्ट कर रहे आरपीएफ के जवानों ने कोच अटेंडेंट किशोर कुमार, तीन बदमाश बंटी कुमार, प्रीतम कुमार और धनराज कुमार को पकड़ लिया। जबकि राहुल भागने में सफल रहा। सभी बदमाश पटना के सैदपुर इलाके में रहते हैं।
टीटीई पर भी होगी कार्रवाई
जीआरपी राजेंद्रनगर थानाध्यक्ष अजय कुमार ने बताया कि इस बाबत टीटीई रमेश प्रसाद, बी-6 के कोच अटेंडेंट डीके सिंह, बी-4 बोगी के कोच अटेंडेंट किशोर कुमार और चार लफंगों पर एफआईआर दर्ज की गयी है। जीआरपी थानेदार ने कहा कि टीटीई पर भी कार्रवाई की जायेगी।
B-4 का कोच अटेंडेंट और सीट दे दी B-6 में
बोगी नंबर बी-4 के कोच अटेंडेंट ने बी-6 में जगह दे दी। बकायदे कंबल से लेकर हर सुविधा दी गई। राजधानी के यात्रियों ने बताया कि चारों बदमाशों ने इतनी शराब पी रखी थी कि पूरे बोगी में बदबू आने लगी। आरोप है कि टीटीई से मिलकर ऐसा किया गया। जबकि टीटीई ने कहा कि उन्हें जानकारी ही नहीं थी कि कोच अटेंडेंट ने किसी को बोगी में जगह दी है।
ट्रेन में चढ़ते ही गाली-गलौज करने लगे थे नशेड़ी
यात्रियों ने बताया कि नशेड़ी ट्रेन में चढ़ते ही गाली-गलौज करने लगे थे। लेकिन सभी ने पटना के करीब होने की बात सोचकर उनकी हरकतों को दरकिनार कर दिया। लेकिन गाड़ी जैसे ही आगे बढ़ी नशेड़ियों को झेलना मुश्किल हो गया।
राजेंद्रनगर आरपीएफ थानाध्यक्ष्र ऋतुराज कश्यप ने बताया कि छेड़खानी की शिकायत मिलते ही फौरन आरपीएफ के जवानों ने कार्रवाई की। आरोपियों को गिरफ्त में लेने के साथ ही उनसे पूछताछ की गयी। टीटीई का व्यवहार भी संदिग्ध है। सभी आरोपितों को जीआरपी के हवाले कर दिया गया है।
