उत्तर प्रदेश के रायबरेली के ऊंचाहार थानाक्षेत्र के एनटीपीसी प्लांट में बड़ा हादसा हुआ है. यहां 500 मेगावॉट की यूनिट का बॉयलर फटने से 16 लोगों की मौत हो गई और 100 से ज्यादा लोग घायल हो गए. कुछ कर्मचारी गंभीर रूप से घायल हैं जिससे मौत का आंकड़ा लगातार बढ़ता जा रहा है. शुरुआत में खबर आई थी कि 4 लोगों की मौत हुई है, इसके बाद ये आंकड़ा लगातार बढ़ता चला गया.
प्रमुख सचिव (गृह) अरविन्द कुमार ने बताया कि रायबरेली के ऊंचाहार स्थित एनटीपीसी संयंत्र में बॉयलर फटने से 12 लोगों की मौत हुई है और करीब 100 लोग घायल हुए हैं. मुख्य चिकित्सा अधिकारी डीके सिंह ने कहा कि अब तक 14 लोगों की मौत हुई है.
ऊंचाहार में इलाज की व्यवस्था नहीं होने के कारण घायलों को लखनऊ, रायबरेली भेजा गया है. घटना के बाद मौके पर जिले के सभी बड़े अधिकारी पहुंच गए. बताया जा रहा है कि हादसे के वक्त करीब 500 मजदूर काम कर रहे थे. रायबरेली के जिलाधिकारी का कहना है कि दबाव की वजह से पाइप फट गई और कर्मचारी इसकी चपेट में आ गए.
अपर पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) आनंद कुमार ने बताया कि मृतकों की संख्या बढ़ने की आशंका है. 40 से 50 लोग झुलस गए हैं. कुछ की हालत गंभीर है. कुमार ने बताया कि सभी घायलों को इलाज के लिए निकट के अस्पताल ले जाया जा रहा है. रायबरेली जिले की ऊंचाहार तहसील राजधानी लखनऊ से 110 किलोमीटर दूर है. कुमार ने बताया कि उपलब्ध सभी एंबुलेंस मौके पर भेजी गई हैं. अपर जिलाधिकारी एवं अपर पुलिस अधीक्षक मौके पर हैं और राहत और बचाव अभियान की निगरानी कर रहे हैं,
घायलों को इलाज के लिए रायबरेली और बाहर भेजा जा रहा है. इनमें से कई की हालत गंभीर है इसलिए मौत का आंकड़ा और बढ़ सकता है. प्लांट में बड़े पैमाने पर राहत कार्य चल रहा है और बाहरी लोगों का प्रवेश रोक दिया गया है. बताया जा रहा है कि धमाका इतना जबरदस्त था कि मजदूर कई फीट ऊपर उड़ गए.
जिलाधिकारी संजय कुमार खत्री ने बताया कि 40 एंबुलेंसों को राहत एवं बचाव कार्य में लगाया गया है. रायबरेली के मुख्य चिकित्सा अधिकारी डी के सिंह दस डाक्टरों की टीम के साथ मौके पर हैं ताकि घायलों का तत्काल उपचार किया जा सके. सिंह ने बताया कि गंभीर रूप से घायलों को लखनऊ के केजीएमयू अस्पताल एवं सिविल अस्पताल ले जाने के इंतजाम कर दिये गए हैं. खत्री ने बताया कि कुछ घायलों को रायबरेली लाया जा रहा है.
सिंह ने बताया कि जरूरी हुआ तो गंभीर रूप से घायल लोगों को एयर एंबुलेंस से दिल्ली भेजा जा सकता है. इस बीच एनटीपीसी ने एक बयान में कहा कि 500 मेगावाट इकाई के बॉयलर में यह दुर्भाग्यपूर्ण दुर्घटना घटी. जिला प्रशासन के साथ मिलकर बचाव कार्य जारी हैं. घायलों को आसपास के अस्पतालों में ले जाया जा रहा है.
सरकार ने मृतकों के परिजनों को 2 लाख रुपये और गंभीर रूप से घायल लोगों को 50-50 हजार रुपये मुआवजे का ऐलान किया है. मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना का संज्ञान लेते हुए गृह सचिव और अन्य अधिकारियों को राहत-बचाव कार्य के निर्देश दिए हैं. सीएम प्रदेश में नहीं हैं और आज ही तीन दिन की मॉरीशस के लिए रवाना हुए हैं.
यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ ने मृतकों के प्रति शोक संवेदना जाहिर करते हुए उनके परिजनों को 2 लाख रुपये का मुआवजा देने का ऐलान किया है। गंभीर रूप से घायलों को 50 हजार का मुआवजा दिया जाएगा। सभी घायलों का इलाज सरकार अपने खर्च से कराएगी।
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री जेपी नड्डा ने यूपी के स्वास्थ्य मंत्री सिद्धार्थनाथ सिंह से बात की है और उन्होंने केंद्रीय स्वास्थ्य सचिव को भी निर्देश दिया है कि वह हरसंभव सहायता करें। वहीं, कांग्रेस उपाध्यक्ष राहुल गांधी ने इस घटना पर दुख जताते हुए मृतक परिवारों के प्रति अपनी संवेदना जताई है।
सीएम योगी ने राज्य के प्रिंसिपल सेक्रेटरी को राहत एवं बचाव के सभी उपाय सुनिश्चित करने का निर्देश दिया है। यह हादसा शाम करीब 4 बजे हुआ। घटना में झुलस चुके कई मजदूरों को अस्पताल में भर्ती किया गया है। एनटीपीसी में सीआरपीएफ की कई कंपनियां तैनात हैं और मीडिया सहित सभी बाहरी लोगों के प्रवेश पर पूरी तरह से रोक लगा दी गई है। प्राप्त जानकारी के अनुसार इस यूनिट में करीब 1500 मजदूर काम करते थे।