नव-बिहार समाचार, नवगछिया। लगातार बढ़ते अपराध और हत्या की घटनाओं के कारण नवगछिया को 1992 में पुलिस अनुमंडल से पुलिस जिला बना दिया गया। इसके बावजूद इस पुलिस जिला में अपराध काबू होने का नाम ही नहीं ले रहा है। अब तो अपराध इस कदर बढ़ने लगा है कि आम के साथ साथ खास खास लोगों की रात की नींद भी उड़ती नजर आ रही है। अपराधियों में पुलिस का भय नामक कोई चीज रह ही नहीं गयी है।
पुलिस जिला नवगछिया के नवगछिया नगर स्थित आदर्श थाना क्षेत्र की स्थिति पिछले तीन चार महीनों से ज्यादा चिंतनीय बन गयी है। जहां एक ओर पुलिस अधिकारी अपनी दिवा और रात्रि गश्ती का दावा पीटते हैं। वहीं दूसरी ओर शातिर चोर चोरी की घटना को लगभग रोजाना अंजाम देकर पुलिस के दावे को धता बताने में पीछे नहीं रह रहे हैं। आश्चर्य तो इस बात का है कि लगातार हो रही चोरी पर अब तक कोई लगाम नहीं लग पाया है। जिसकी वजह से आम लोगों के साथ साथ खास लोगों की भी नींद उड़ने लगी है।
नवगछिया नगर में इन दिनों हो रही चोरी की लगातार घटनाओं के दौरान 27 अक्टूबर शुक्रवार को एक साथ दो दो चोरी की वारदातों का पता तब चला, जब गृह स्वामी छठ पूजा करके वापस आज अपने घर आये घर के हालात देख उनके होश उड़ गए। एक घटना थाना रोड में ही गौशाला के समीप अखिल प्रेम भवन में तो दूसरी प्रोफेसर कालोनी स्थित सुशीला सदन में। आश्चर्य की बात है कि चोरी की घटना से पीड़ित दोनों गृह स्वामी स्थानीय मदन अहल्या महिला कॉलेज के कर्मी हैं। थाना रोड की चोरी पीड़िता नवगछिया हाई स्कूल के सेवा निवृत्त विज्ञान शिक्षक राम खेलावन साहू की पुत्री डॉ मीना कुमारी महिला कॉलेज में केमिस्ट्री की प्रयोगशाला प्रदर्शक है तो वहीं प्रोफेसर कालोनी निवासी नवगछिया स्थित जीबी कालेज के सेवा निवृत्त प्रो राजेन्द्र शर्मा के पुत्र देवेंद्र प्रसाद शर्मा महिला कॉलेज में ही फिजिक्स के प्रयोगशाला प्रदर्शक हैं।
दोनों घटना के संबंध में काफी समानता भी देखी जा रही है। दोनों पीड़ित परिवार छठ पूजा को लेकर अपने अपने पैतृक घर को गए हुए थे। प्रोफेसर कालोनी से देवेंद्र प्रसाद शर्मा 22 अक्टूबर को ही रंगरा थाना क्षेत्र के झललूदास टोला स्थित पैतृक घर सपरिवार चले गए थे। जबकि थाना रोड़ से डॉ मीना कुमारी 26 अक्टूबर की शाम प्रोफेसर कालोनी स्थित माता पिता के घर चली गयी थी। जब 27 अक्टूबर को छठ पूजा कर वापस घर लौटे तो दोनों के होश उड़ गए। दोनों के घरों के भेंटीलेशन टूटे हुए थे, कमरों के दरवाजे खुले पड़े थे, गोदरेज आलमीरा टूटी और खुली थी, कमरे में कपड़े और काफी सामान तितर-बितर बिखरा पड़ा था। जब गहने और नगदी इत्यादि की तलाश की गई तो सब कुछ गायब था।
थाना रोड की डॉ मीना कुमारी के अनुसार जहां उनका तीन भर सोने का एक मंगलसूत्र के अलावा और दो मंगलसूत्र, तीन चैन, कान की बालियां, 15 हजार नगदी और एक सोनी का लैपटॉप इत्यादि सामान चोरी चला गया। वहीं प्रोफेसर कालोनी निवासी देवेंद्र प्रसाद शर्मा की पत्नी के अनुसार पांच भर सोने का एक नैकलेस, चार सेट बाली, तीन जोड़ा टॉप्स, तीन अंगूठी, दो लॉकेट, दस बेसर, चार जोड़ी पायल, तीन जोड़ी बिछिया, एक मोबाइल गेम, एक स्कूल बैग, तकिया कभर इत्यादि सामान गायब है।
बताते चलें कि इससे पहले 24 अक्टूबर की रात्रि प्रोफेसर कालोनी में ही हीरा लाल पोद्दार के घर मे चोरी की घटना हुई थी। जबकि इससे कुछ ही दिनों पहले प्रोफेसर कालोनी में ही सेवा निवृत्त शिक्षक हरि लाल पंडित के घर में भी भारी चोरी की घटना नवगछिया थाना में दर्ज है। इसके अलावा थाना रोड में ही इलाहाबाद बैंक के सामने रौशन रेडीमेड स्टोर में भी इसी तरह से मेन सड़क की तरफ से भेंटीलेशन तोड़कर चोरी की घटना हुई थी। जबकि निर्मल मुनका के कपड़ा दुकान और त्रिवेणी भगत के किराना दुकान में भी पिछले दिनों नगदी की चोरी की घटना को इसी प्रकार से अंजाम दिया गया है। इसके अलावा प्रिंस डीजे तथा बर्फ मील के बाहर वाली दुकान में भी चोरी की घटनाएं हो चुकी है।
बहरहाल नवगछिया नगर के नागरिक इस चिंता से काफी चिंतित हो चुके हैं कि आखिर रात को नींद कैसे आये और चोरी की हो रही घटनाओं पर कैसे लगाम लगाया जाए। चोरों पर लगाम लगाने का काम तो आम आदमी के बस में कैसे हो सकता है, जिसपर पुलिस की हनक का भी कोइ असर नहीं होता हो। वहीं नगर का आम आदमी आज सवाल कर रहा है कि आखिर यहां पुलिस किस काम की? जो चोरी जैसी घटना पर भी लगाम नहीं लगा सकती तो अन्य बड़ी घटना पर कैसे लगाम लगा पाएगी?