नव-बिहार समाचार, नवगछिया। श्री गोपाल गोशाला नवगछिया के शताब्दी समारोह पर आयोजित कार्यक्रम में केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे ने भी भाग लिया। गोशाला प्रांगण में उन्होंने सर्व प्रथम गोमाता का पूजन किया और गौ माता को घास खिलाया0। उसके बाद मंच पर उन्होंने बाल व्यास पण्डित श्रीकांत शर्मा से आशीर्वाद लिया।
इस मौके पर उन्होंने कहा कि लोगों में मृत्यु और पाप का भय हमेशा बना होता है, लेकिन भय और पाप से मुक्त होने की कथा ही भागवत कथा है। यह भय और पाप से मुक्ति दिलाती है। शरीर नश्वर है मिट जाता है। आत्मा अजर-अमर है, उसी आत्मा से परमात्मा का मिलन होता है। मंत्री ने कहा कि गौ, गंगा, गीता, गायत्री हमारी संस्कृति है। गौ माता युग की माता है। हमें संस्कृति को संजोकर रखना चाहिए। नर में नारायण को प्राप्त करना हो तो बिना जनसेवा के संभव नहीं है। प्रभु की माया से ही केदारनाथजी से लौटकर आया हूं। भारत अपनी इन्हीं संस्कृति की वजह से आनेवाले समय में भारत विश्वगुरु बनकर उभरेगा।
मौके पर आचार्य बाल व्यास पंडित श्रीकांत जी शर्मा ने केंद्रीय स्वास्थ्य राज्य मंत्री अश्विनी चौबे, पूर्व विधायक कुमार शैलेन्द्र, जिलाध्यक्ष विनोद मंडल, अर्जित चौबे, पूनम चौरसिया, सचिव रामप्रकाश रुंगटा, उपाध्यक्ष पवन सर्राफ, सत्येंद्र नारायण चौधरी को सम्मानित किया।
इस श्रीमद्भागवत कथा ज्ञान यज्ञ का शुभउद्घाटन अनुमंडल पदाधिकारी नवगछिया सह श्रीगोपाल गौशाला के अध्यक्ष डॉ आदित्य प्रकाश और कथावाचक आचार्य बाल व्यास पंडित श्रीकांत जी शर्मा, गोशाला के उपाध्यक्ष सह प्रमुख समाजसेवी पवन कुमार सर्राफ, सचिव रामप्रकाश रुंगटा, प्रमुख सदस्य अजय कुमार रुंगटा ने दीप प्रज्वलित कर किया। मौके पर दर्जनों सक्रिय सदस्य एवं सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद थे।
इससे पहले इस श्रीगोपाल गोशाला के नवनिर्मित मुख्य एवं भव्य द्वार का भी अनुमंडल पदाधिकारी नवगछिया सह अध्यक्ष श्रीगोपाल गोशाला डॉ आदित्य प्रकाश और आचार्य बाल व्यास पंडित श्रीकांत जी शर्मा ने संयुक्त रूप से फीता काटकर उद्घाटन किया। जिसे स्थानीय समाजसेवी चिरानिया परिवार द्वारा अपने परिजनों की याद में निर्मित कराया था।