सासाराम : रोहतास में जहरीली शराब से मौत मामले में लोगों का आक्रोश फूट पड़ा है. लोग सड़क पर उतर आए हैं. आक्रोशित दनवार गांव के लोग सरकार की नीति और नियत में खोट का आरोप लगा रहे हैं. मुख्य सड़क को जाम कर दिया गया है. अधिकारियों को मौके पर आकर स्थिति स्पष्ट करने की मांग की जा रही है. घटना की खबर फैलते ही आसपास के गांवों के लोग इकट्ठा हो गए हैं. हालात को देखते हुए जिला मुख्यालय के वरिष्ठ अधिकारियों का दल मौके मौके पर पहुंच चुका है.
मिली जानकारी के अनुसार जिले के सीमावर्ती इलाके में मशहूर काराकाट थाने के दनवार गांव में शुक्रवार की रात शराब पीकर आए गांव के कई लोग आक्रांत हो गये. काफी देर तक गांव के ही नीम हकीम से उनका इलाज होता रहा. शनिवार सुबह होते ही उनमें से तीन ने गांव में तथा एक नारायण मेडिकल कॉलेज एंड हास्पिटल जमुहार में दम तोड़ दिया. मृतकों में गांव के कमलेश सिंह, धनजी सिंह, हरिहर सिंह और उदय सिंह शामिल हैं. ताजा जानकारी के मुताबिक एक और की भी मौत हो गई है. जबकि चार अन्य लोगों का अज्ञात स्थानों पर इलाज चल रहा है.
दनवार के निवासी व जिला परिषद के पूर्व अध्यक्ष सत्येंद्र सिंह ने कहा कि सरकार की शराबबंदी नीति ने अवैध शराब के प्रचलन को नया स्वरूप दे दिया है. पुलिस और प्रशासन के परोक्ष संरक्षण से इस कारोबार ने गांव गांव तक अपना चैनल बना लिया है. रोहतास और भोजपुर के सोन नदी तटीय इलाकों में बड़े पैमाने पर शराब की भट्टियों के संचालन से आम आदमी अवगत है.
पुलिस के एक बड़े अधिकारी ने बताया कि डीएम एसपी मौके पर गये हैं. स्थिति की समीक्षा की जाएगी. जो भी दोषी पाये जाएंगे उनके खिलाफ कार्रवाई की जाएगी. सूत्रों की मानें तो इस मामले में काराकाट थाने के टाप टू बाटम कर्मियों को निलंबित करने की बात चल रही है. कार्रवाई की जद में उत्पाद विभाग के अधिकारियों के भी आने की चर्चा है.