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10 बजे से पहले राज्यपाल लेंगे कानूनी सलाह, तेजस्वी जा सकते हैं कोर्ट

पटना : बुधवार की शाम मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के इस्तीफे से बिहार में शुरू हुआ सियासी ड्रामा  रात के अंतिम पहर तक जारी है. राजभवन से निकल कर आने के बाद तेजस्वी यादव ने भी साफ कर दिया है कि वो सरकार ऐसे ही नहीं जाने देंगे. तेजस्वी ने जरूरत पड़ी तो कोर्ट तक जाने की बात कही है. उन्होंने इस पूरे घटनाक्रम को नीतीश कुमार की साज़िश बताते हुए इस भाजपा के साथ मिलकर रचने का आरोप लगाया है.  

मिल रही जानकारी के अनुसार आज सुबह 10 बजे नीतीश कुमार राजेंद्र मंडप में शपथ लेंगे. राजभवन से इसकी आधिकारिक सूचना जारी कर दी गई है. उधर मीडिया रिपोर्ट्स के हवाले से यह भी खबर मिल रही है कि तेजस्वी की दावेदारी को देखते हुए राज्यपाल 10 बजे से पहले कानूनी सलाह भी ले सकते हैं.

उधर राजभवन से निकल कर बाहर आने के बाद तेजस्वी यादव ने कहा कि उन्होंने राज्यपाल से शपथ ग्रहण को टालकर राजद, जो सबसे बड़ी पार्टी है, उसे सरकार बनाने के लिए आमंत्रित करने की अपील की है. तेजस्वी के अनुसार उन्होंने इसके लिए बोम्मई मामले का हवाला भी दिया है. तेजस्वी ने कहा कि उन्हें उम्मीद है कि जदयू के 20 से 25 विधायक उनका समर्थन करेंगे. इस वजह से उन्हें सरकार बनाने और सदन में बहुमत साबित करने का मौका मिलना चाहिए. 

नीतीश पर आरोपों की बौछार

तेजस्वी यादव ने इस दौरान निवर्तमान मुख्यमंत्री नीतीश कुमार पर आरोपों की बौछार भी की. उन्होंने कहा कि इस साजिश की शुरुआत शरद यादव को पार्टी के अध्यक्ष पद से हटाने के साथ ही शुरू हो गई थी. हमारे आवास पर रेड और सीबीआई के मामलों को उन्हीं के कहने पर फिर से खोला गया. उन्होंने कहा कि नीतीश हमारे खिलाफ ये साजिश भाजपा-संघ के इशारे पर कर रहे थे. उन्होंने बिहार की जनता द्वारा दिए गए मैंडेट का अपमान किया है. अब वो भाजपा के साथ कैसे जा सकते हैं.

तेजस्वी ने कहा कि यह सब इतनी जल्दबाजी में क्यों किया गया. नीतीश पहले से ही उनके साथ जाना चाहते थे. ये लोकतंत्र की हत्या है. राज्यपाल के पास आज संविधान की रक्षा करने का अवसर है. बिहार में जितने भी भाजपा-संघ विरोधी संगठन हैं, वो सब आज (गुरुवार को) प्रदर्शन करेंगे. 

इससे पहले गुरुवार सुबह 10 बजे नीतीश कुमार के शपथ ग्रहण की खबरें आने के बाद ही तेजस्वी यादव भी अपने विधायकों के साथ पैदल मार्च करते हुए राजभवन की ओर निकल पड़े थे. राज्यपाल केसरी नाथ त्रिपाठी से मिलने का वक्त मांगने के बाद तेजस्वी भी रात 2 बजे राजभवन पहुंचे. उनके साथ पार्टी के कई विधायक भी थे. बाद में राज्यपाल ने तेजस्वी के साथ 5 विधायकों को बात करने के लिए अंदर बुलाया जिसमें रघुवंश सिंह, अब्दुल बारी सिद्दीकी, जगतानंद सिंह और रामचंद्र पूर्व थे.

गौरतलब है कि जब मुख्यमंत्री नीतीश कुमार एनडीए नेताओं के साथ राज्यपाल त्रिपाठी से मुलाकात कर रहे थे, उसी वक़्त तेजस्वी यादव ने गवर्नर के फैसले पर सवाल उठाए. एक ट्वीट के जरिये उन्होंने शपथ ग्रहण का समय बदले जाने को लेकर आपत्ति जाहिर की. तेजस्वी ने लिखा, राज्यपाल महोदय रातों रात फैसला क्यों बदल रहे है? निर्धारित शाम 5 बजे की जगह सुबह 10 बजे शपथ ग्रहण. हम राजभवन जा रहे हैं.