पटना : बिहार भर से बिहार विधान सभा का हजारों की संख्या में घेराव करने पहुंचे जन अधिकार पार्टी (लो) के कार्यकर्ताओं के साथ आज सोमवार को पटना पुलिस बेरहमी से पेश आई . पुलिस की उम्मीद से अधिक संख्या में लोग गर्दनीबाग में जुट गये थे . यह भय पुलिस को समा गया था कि शुरु में ही इसे रोक नहीं लिया गया तो विधान सभा के अंदर प्रवेश करने की जबरिया कोशिश की जाएगी . विधान सभा घेराव मार्च का नेतृत्व पार्टी के राष्ट्रीय संरक्षक व मधेपुरा सांसद पप्पू यादव कर रहे थे .
तेज नारेबाजी करते कार्यकर्ताओं को संबोधित करते सांसद पप्पू यादव ने अब जब विधान सभा की ओर आगे बढ़ने की कोशिश की,तो भारी संख्या में जमा पुलिस के साथ टकराहट शुरु हो गई . पुलिस बिलकुल आगे नहीं बढ़ने देना चाहती थी,जबकि पप्पू सबों के साथ विधान सभा की ओर जाना चाहते थे .
पप्पू की पार्टी ने अपना आंदोलन शिक्षा व मेडिकल माफिया के खिलाफ शुरु कर रखा है . साथ में बिजली दर को नहीं बढ़ाने व किसानों का बिजली बकाया माफ करने की मांग के साथ राजनेताओं एवं अधिकारियों की बेनामी संपत्ति जब्त करने की मांग कर रहे हैं .
आगे बढ़ने से जब जाप नेता और कार्यकर्ता नहीं रुके,तो पुलिस ने बल प्रयोग शुरु कर दिया . जवाब में ईंट-पत्थर भी चले . रणक्षेत्र जैसा दृश्य बन गया . पुलिस आगे-पीछे घेर लाठियां बरसा रही थी . तब भी पप्पू समर्थक काबू नहीं हुए तो आंसू गैस के गोले छोड़े जाने लगे . इसके बाद भगदड़ मच गई . आंदोलन को कवर करने गये कई मीडियाकर्मियों को भी चोट लगी है .
आज पुलिस की कार्रवाई के लपेटे में सीआरपीएफ सिक्यूरिटी के कवर में रहने वाले सांसद पप्पू यादव भी आ गये . पप्पू कह रहे हैं कि एक डीएसपी ने उन्हें टारगेट कर लाठियां बरसाईं और पीटा . कुल छह लठियां शरीर पर लगी हैं . उनका आरोप है कि मेरी हत्या की साजिश थी . सीआरपीएफ के जवान साथ नहीं होते,तो आज बचना मुश्किल था .
पप्पू ने अपना आंदोलन जारी रखने का एलान किया है . घायलों को अस्पताल पहुंचाया गया है . पप्पू यादव के पीआरओ रंजन सिन्हा हवाई फायर की बात भी कर रहे हैं,लेकिन पुलिस ने फायरिंग से इंकार किया है .