नई दिल्लीः 500-1000 के नोट बंद करने के केन्द्र की मोदी सरकार के फैसले के खिलाफ दिल्ली सरकार ने विधानसभा में प्रस्ताव पारित कर राष्ट्रपति से देश में लागू नोटबंदी खारिज करने की अपील की है। मंगलवार को अरविंद केजरीवाल ने विधानसभा में अपने भाषण के दौरान कहा कि प्रधानमंत्री ने जिस तरह नोटबंदी का ऐलान किया है मैं उसकी निंदा करता हूं।
केजरीवाल ने विधानसभा में कहा कि देश और दिल्ली के अंदर आपातकाल के हालात पैदा हो गए हैं, इसलिए विधानसभा का विशेष सत्र बुलाया गया है। केजरीवाल ने कहा कि हम लोग करप्शन के खिलाफ लड़ते-लड़ते यहां तक आए हैं। अगर करप्शन के खिलाफ कोई भी कदम उठाया जाएगा तो हम सबसे पहले आगे खड़े होंगे। हमने जान दांव पर लगाकर ये लड़ाई लड़ी है।
उन्होंने कहा कि हम सकारात्मक राजनीति करते हैं। हमने मोदी सरकार के स्वच्छ भारत अभियान का समर्थन किया और सड़कों पर झाड़ू लेकर निकले, योगा डे पर चटाई लेकर निकले, सर्जिकल स्ट्राइक पर भी हमने सरकार को बधाई दी, लेकिन सरकार ने अब ये कैसा फैसला लिया है? 2000 के नोट लेकर आ गए। इससे काला धन कैसे खत्म होगा ये समझ में नहीं आ रहा। सवा सौ लोगों को लाइन में खड़ा कर ये कैसे होगा ये समझ से परे है।
वहीं दिल्ली के उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया ने अपने संबोधन में कहा कि पिछले 2 से 3 दिनों में बैंक और एटीएम की लाइन में लगकर 25 लोगों की मौत हुई है। उन्होंने मानवता के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए सदन से 2 मिनट का मौन रखने की बात कही। वहीं विपक्ष ने इस मुद्दे पर विधानसभा से वॉक आउट किया।