नवबिहार न्यूज नेटवर्क, भागलपुर। गत वर्षों की तुलना में इस वर्ष एंफ्लूएंजा का वायरस ज्यादा सक्रिय है। इस वजह से बुखार, सर्दी-खांसी के मरीजों में 50 से 60 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। वयस्क हो या बच्चे अधिकांश लोग वायरल बुखार से पीड़ित हो रहे हैं। आलम यह है कि अस्पताल में प्रतिदिन एक सौ से ज्यादा वायरल फीवर से पीड़ित मरीज आ रहे हैं। वहीं निजी क्लिनिकों में भी मरीजों की संख्या में बेतहाशा वृद्धि हुई है। दवा दुकानों में प्रतिदिन तीन से चार लाख सर्दी-खांसी और एंटी वायरल की दवा बिक रही है।
वायरस ज्यादा सक्रिय :
जवाहरलाल नेहरू चिकित्सा महाविद्यालय अस्पताल के शिशु विभागाध्यक्ष डॉ. आरके सिन्हा ने बताया कि फ्लू के वायरस ज्यादा सक्रिय है। बरसात में यह वायरस फैलता है। इससे अचानक तेज बुखार, सिर दर्द, शरीर में दर्द, सर्दी-खांसी होने लगती है। वायरस की क्षमता में भी वृद्धि हुई है। व्यक्ति के रोग प्रतिरक्षण शक्ति को देखते हुए खुद बदलता है। इस वर्ष वायरल बुखार से पीड़ितों की संख्या में 50 से 60 फीसद की बढ़ोतरी हुई है।
पांच-सात दिनों में मरीज होता है स्वस्थ :
डॉ. सिन्हा के मुताबिक पिछले वर्षो की तुलना में वायरल बुखार से पीड़ित मरीजों को स्वस्थ होने में अब पांच से सात दिन लग जाते हैं। पूर्व वर्षो में दो से तीन दिनों में मरीज स्वस्थ्य हो जाता था। लेकिन अब यह वातावरण के अनुकूल बनता जा रहा है।
प्रतिदिन तीन से चार लाख की दवा की बिक्री :
भागलपुर केमिस्ट एंड ड्रगिस्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष घनश्याम कोठरीवाल के मुताबिक पिछले 15 दिनों में एंटी वायरल, खांसी की दवा, पारासीटामोल की बिक्री में तकरीबन 25 फीसद की बिक्री हुई है। शहर में प्रतिदिन तीन से चार लाख रुपये की दवा बिक रही है।
क्या बरतें सावधानी :
मरीज को स्वास्थ्य व्यक्ति के करीब नहीं ले जाएं, छह माह के शिशु का टीका लगाए, घर और बाहर की सफाई रखें। अगर स्कूल के बच्चों को वायरल फीवर हुआ है तो उसे स्कूल नहीं जाने दें।