बिहार सरकार के विधि परामर्शी सह सचिव विनोद कुमार सिन्हा ने औचक निरीक्षण के दौरान शनिवार की शाम नवगछिया कचहरी परिसर में हो रहे एक गलत घेराबंदी तथा निर्माण पर भवन निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता तारणी प्रसाद को फटकार लगायी। जहां मौके पर भागलपुर के जिला जज भी मौजूद थे। कटिहार से बांका लौटने के क्रम में विधि सचिव श्री सिन्हा नवगछिया पहुंचे थे।
इस दौरान विधि सचिव ने भूमि की बेवजह बर्बादी और उच्च न्यायालय तथा बिहार सरकार के नक़्शे से अलग हो रहे निर्माण पर भवन निर्माण के अधीक्षण अभियंता से जमकर पूछताछ की। जहां अभियंता तारणी प्रसाद द्वारा बताया गया कि यह कार्य स्थानीय पदाधिकारियों के दबाव के कारण किया जा रहा है।
जहां चाहर दिवारी और वाहन पड़ाव बनाया जा रहा था। जिसे देखते ही विधि सचिव गंभीर हो गए थे। मौके पर ही उन्होंने हो रहे कार्य को पैसे की बर्बादी और समय की बर्बादी भी कहा।
इससे पहले विधि सचिव ने नवगछिया न्यायालय परिसर में निर्माणाधीन नए भवन के सभी कमरों का भी निरिक्षण किया। मौके पर ही इस भवन के ऊपर और दो तल्ला भवन के निर्माण का प्रस्ताव, अधिकारियों के रहने के लिए आठ यूनिट का एक सेट क्वार्टर बनाने का प्रस्ताव तथा गड्ढे भरने का प्रस्ताव भवन निर्माण विभाग के अधीक्षण अभियंता को देने का आदेश दिया।