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अगर काला झंडा दिखाया, तो लाल झंडा फहरा दूंगा : गोपाल मंडल

अगर किसी ने काला झंडा दिखाया, तो उसके घर पर लाल झंडा फहरा दूंगा | ये चेतावनी भरे स्वर किसी रंगदार या दागदार अपराधी के नहीं बल्कि बिहार विधान सभा के सचेतक सह सत्ताधारी दल के गोपालपुर विधायक
नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल के थे | जो उन्होने रविवार 9 जून को भागलपुर जिले के नवगछिया अनुमंडल अंतर्गत धरहरा गाँव में बिहार के मुख्यमंत्री नितीश कुमार की सुरक्षा और कार्यक्रम की सफलता को लेकर बने मंच से खुले रूप में मुख्यमंत्री के आने से पहले ऐलान करते हुए कहा |
दरअसल गोपालपुर विधायक सह बिहार सरकार के सचेतक नरेंद्र कुमार नीरज उर्फ गोपाल मंडल ने खुले मंच से विरोध प्रदर्शन की मंशा रखनेवाले शिक्षकों को अगाह करना था कि खगड़िया या अन्य किसी भी घटना की पुनरावृत्ति उनके क्षेत्र में नहीं हो | इसलिए उन्होने शिक्षकों तथा असंतुष्टों से कहा कि अगर काला झंडा दिखाया  तो उनके घर पर लाल झंडा फहरा दूंगा |
धरहरा में मुख्यमंत्री के आने में कुछ ही समय बाकी रह गया था | सभा स्थल पर किसी प्रकार का मंच नहीं बनाया गया था लेकिन मंच स्थल पर करीब 10 से 15 कुरसियां लगायी गयी थी | जहां मुख्यमंत्री के आने से कुछ ही देर पहले एका एक विधायक गोपाल मंडल दर्शक दीर्घा में उपस्थित होते हुए कहा, देखिये भाई पहले ही कह रहा हूं अगर यहां पर शिक्षक बैठे हैं तो सचेत हो जायें | अगर किसी ने काला झंडा दिखाया तो वे उसके घर पर जाकर लाल झंडा फहरा देंगे. श्री मंडल ने कहा कि यह क्षेत्र उनका है इसलिए सचेत रहें. बड.ी मार मारेंगे. बहुत पिटाई करेंगे.
सचेतक सह विधायक श्री मंडल ने इस तरह का खुला संबोधन दोनों कतारों में बारी-बारी से किया.इसके बाद  मीडिया कर्मियों को अपने वक्तव्य की व्याख्या करते हुए बताया कि लाल झंडा का मतलब खून होता है. हालांकि बाद में श्री मंडल लाल झंडे से हरे झंडे पर भी उतर आये. इसी बीच नारायणपुर के एक शिक्षक नेता सभा स्थल के अगल बगल मंडराते दिखे. उन्हें तुरंत सुरक्षा कर्मियों और नेताओं ने गंभीर परिणाम के बारे में आगाह कर स्थल से चलता किया. फिर सभा की ओर बढ. रहे शिक्षक नेताओं के झुंड को भी बाहर का रास्ता दिखाया गया. दबी जुबान से कुछ शिक्षकों ने श्री मंडल के बयान के निंदा भी की है. इधर श्री मंडल का कहना है कि उन्होंने कुछ भी कहा गलत नहीं कहा है.