नवगछिया और भागलपुर के बीच बने विक्रमशिला सेतु से एक डेढ़ वर्षीय मासूम को तीन लोगों ने मिलकर
गंगा में फेंक दिया। यह देख पुल के नीचे
मवेशियों को चारा खिला रहे राघोपुर के ग्रामीण सुरेश मंडल ने
जान पर खेल कर उस बच्चे को गंगा की गोद से निकाल लिया।
यह घटना बुधवार को सुबह नौ बजे की है। राघोपुर निवासी सुरेश ने उक्त बच्चे को न सिर्फ जीवनदान दिया बल्कि उसे अपनी पत्नी की गोद में लाकर डाल दिया। वह उसकी परवरिश करने को भी तैयार है। सुरेश ने बताया, सेतु के नीचे वह अपने बासा पर मवेशियों को चारा खिला रहा था। इसी दौरान तीन लोग पुल की रेलिंग पर आए और बच्चे को गंगा में फेंक दिया। यह देख मैं सन्न रह गया। आनन-फानन में गंगा में छलांग लगाकर बच्चे को निकाल लिया। इसके बाद बच्चे को गांव के एक स्थानीय चिकित्सक के पास ले गया। 1उन्होंने बच्चे को स्वस्थ बताया है।
सुरेश की पत्नी अमोला देवी ने बताया, वे दोनों पांच पुत्रियों के माता-पिता हैं। यह पुत्र भगवान की ओर से उपहार में मिला है। मुखिया बाल्मिकी मंडल ने कहा, सुरेश की पत्नी बच्चे का पालन पोषण करना चाहती हैं। घटना की सूचना परबत्ता थाने को दे दी गई है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
जान पर खेल कर उस बच्चे को गंगा की गोद से निकाल लिया।
यह घटना बुधवार को सुबह नौ बजे की है। राघोपुर निवासी सुरेश ने उक्त बच्चे को न सिर्फ जीवनदान दिया बल्कि उसे अपनी पत्नी की गोद में लाकर डाल दिया। वह उसकी परवरिश करने को भी तैयार है। सुरेश ने बताया, सेतु के नीचे वह अपने बासा पर मवेशियों को चारा खिला रहा था। इसी दौरान तीन लोग पुल की रेलिंग पर आए और बच्चे को गंगा में फेंक दिया। यह देख मैं सन्न रह गया। आनन-फानन में गंगा में छलांग लगाकर बच्चे को निकाल लिया। इसके बाद बच्चे को गांव के एक स्थानीय चिकित्सक के पास ले गया। 1उन्होंने बच्चे को स्वस्थ बताया है।
सुरेश की पत्नी अमोला देवी ने बताया, वे दोनों पांच पुत्रियों के माता-पिता हैं। यह पुत्र भगवान की ओर से उपहार में मिला है। मुखिया बाल्मिकी मंडल ने कहा, सुरेश की पत्नी बच्चे का पालन पोषण करना चाहती हैं। घटना की सूचना परबत्ता थाने को दे दी गई है। पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।