सहारा
परिवार के प्रमुख सुब्रत राय ने 1978 में 2000 रुपये से अपना कारोबार शुरू
किया था जो आज 2.82 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है। उन्होंने आईपीएल,
देश-विदेश में हाउसिंग, रिटेल, हेल्थ, पावर जैसे तमाम सेक्टरों में निवेश
किया है। बॉलीवुड हस्तियों और राजनेताओं से करीबी रखने वाले सुब्रत सहारा
पर इस समय निवेशकों के पैसे न लौटाने के मामले में गिरफ्तारी की तलवार लटक
रही है। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड यानी सेबी ने सहारा प्रमुख
सुब्रत राय की गिरफ्तारी के लिए सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। इसी
महीने सेबी की याचिका पर सुनवाई होने की संभावना है। सेबी ने सहारा प्रमुख
को उनकी दो कंपनियों के शेयरधारकों के 24 हजार करोड़ रुपये लौटाने के लिए
कहा था। सेबी सहारा समूह के दो निदेशकों समेत सुब्रत राय के पासपोर्ट को भी
जब्त करना चाहता है।
सेबी ने पिछले महीने सहारा समूह की दो कंपनियों और सुब्रत राय सहित
कुछ शीर्ष अधिकारियों के बैंक खाते सील करने और उनकी कुल संपत्ति जब्त करने
के लिए कहा था। उसने ऐसा सुप्रीम कोर्ट के आदेश के मद्देनजर दिया था।
सुप्रीम कोर्ट ने अपने आदेश में कहा था कि यदि सहारा समूह की कंपनियां
निवेशकों का पैसा लौटाने के लिए धनराशि जमा नहीं करती हैं तो नियामक संस्था
सेबी उनकी संपत्तियों को जब्त कर सकती है और उनके खातों के लेनदेन पर भी
रोक लगा सकती है।
सेबी ने सहारा समूह की दो कंपनियों सहारा हाउसिंग इन्वेस्टमेंट
कॉर्पोरेशन लिमिटेड और सहारा इंडिया रियल स्टेट कॉर्पोरेशन लिमिटेड के
खिलाफ दो अलग-अलग आदेश पारित किया था। आदेश में सेबी ने कहा था कि दोनों
कंपनियों ने निवेशकों से क्रमशः 6,380 करोड़ रुपये और 19,400 करोड़ रुपये
उठाने के लिए अनेक अनियमितताएं बरती हैं।
